किसको मिलेगा टिकट? आपस में उलझे BJP वर्कर, एक ने की आत्मदाह की कोशिश
लखनऊ. 22 नवंबर को होने वाले यूपी निकाय चुनावों के लिए टिकट बंटवारे को लेकर BJP में हंगामा मचा है। शनिवार को BJP कार्यकर्ता गणेश प्रसाद सोनी ने पार्टी मुख्यालय में खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। बता दें कि पार्टी ने शुक्रवार देर रात उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, लेकिन किस सीट से कौन लड़ेगा, वे नाम अब तक फाइनल नहीं हैं। पहले चरण के लिए नामांकन भरने की अंतिम तिथि 6 नवंबर है।
एक सीट के हैं 12 दावेदार
– बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव का कहना है, “कार्यकर्ताओं की अध्यक्ष तक पहुंचाई जाएगी। ऐसा बिहेवियर गलत है। गुस्सा होना स्वाभाविक है, लेकिन वर्कर संयम रखें। उनके हितों की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी।”
– चुनाव समिति की बैठक 1 नवंबर से चल रही है। उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बावजूद एक भी मेयर उम्मीदवार का नाम बीजेपी फाइनल नहीं कर पाई है। पार्टी की सबसे बड़ी परेशानी है कि हर सीट पर दावेदारों की संख्या ज्यादा है। कई सीट ऐसी हैं, जिसमें 12 तक दावेदार हैं।
– शुक्रवार को दिनभर चर्चा थी कि शाम 4 बजे के बाद उम्मीदवारों की लिस्ट जारी हो जाएगी, लेकिन पार्टी ऑफिस के बाहर वर्कर्स का हुजुम देखते हुए रात 9.30 बजे नगर पालिका और नगर परिषद उम्मीदवारों की सूची पार्टी के जिला ऑफिस से जारी करने का फैसला लिया गया।
– चुनाव समिति की बैठक 1 नवंबर से चल रही है। उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बावजूद एक भी मेयर उम्मीदवार का नाम बीजेपी फाइनल नहीं कर पाई है। पार्टी की सबसे बड़ी परेशानी है कि हर सीट पर दावेदारों की संख्या ज्यादा है। कई सीट ऐसी हैं, जिसमें 12 तक दावेदार हैं।
– शुक्रवार को दिनभर चर्चा थी कि शाम 4 बजे के बाद उम्मीदवारों की लिस्ट जारी हो जाएगी, लेकिन पार्टी ऑफिस के बाहर वर्कर्स का हुजुम देखते हुए रात 9.30 बजे नगर पालिका और नगर परिषद उम्मीदवारों की सूची पार्टी के जिला ऑफिस से जारी करने का फैसला लिया गया।
कार्यकर्ताओं ने कहा- डर लग रहा है, कहीं मार न खा जाएं
– कौशाम्बी से आए आलोक कुमार ने कहा, “मैं डिप्टी सीएम केशव मौर्या के साथ तब से जुड़ा हूं, जब वो पहली बार चुनाव हार गए थे। आज जब टिकट की बारी आई तो ऐसे व्यक्ति को दिया गया जो पहले कांग्रेस का झंडा उठाकर उनका विरोध करता था। अब इन्हें अपनों से ही डरना चाहिए। क्योंकि आने वाले चुनाव में अपनों को इग्नोर करना विपरीत साबित हो सकता है।”
– गोंडा के रहने वाले विजय तिवारी ने कहा, “हमेशा भाजपा का विरोध करने वाले नेता को पहले लोकसभा में टिकट दिया गया। फिर उनके परिवार के लोगों को विधानसभा में टिकट दिया गया। अब निकाय जैसे छोटे चुनावों में भी उन्हीं की दी लिस्ट को फाइनल किया गया।
– गोंडा के रहने वाले विजय तिवारी ने कहा, “हमेशा भाजपा का विरोध करने वाले नेता को पहले लोकसभा में टिकट दिया गया। फिर उनके परिवार के लोगों को विधानसभा में टिकट दिया गया। अब निकाय जैसे छोटे चुनावों में भी उन्हीं की दी लिस्ट को फाइनल किया गया।