फैजाबाद में भी वायरल हो रही IPS अखिलेश चौरसिया की ये फोटो,कभी उमा भारती ने कहा था बेबी
पुरानी फोटो
जिले के एसएसपी बनाये गए अखिलेश चौरसिया जनता के बीच अपनी अच्छी छवि के कारण अक्सर चर्चा में बने रहते हैं।
फैजाबाद ! जिले के एसएसपी बनाये गए अखिलेश चौरासिया का एक फोटो यहां ज्वाइन करने से पहले ही सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।अखिलेश चौरसिया जनता के बीच अपनी अच्छी छवि के कारण अक्सर चर्चा में रहे।सूत्रों के मुताविक झांसी में नाती-बाबा हत्याकांड में घटनास्थल पर पहुंचे एसपी ने पीड़िता बुजुर्ग महिला को गले लगा लिया और भावुक भी हो गए।ये तस्बीर वही जो जिले की कमान संभालने से पहले शोशल मीडिया पर वायरल हो रही।
[उमा भारती ने कहा था बेबी]
केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के बेबी कहे जाने के बाद IPS अखिलेश चौरसिया चर्चा में आए थे। 22 दिसंबर, 2016 को जब उमा भारती झांसी पहुंची थी और उन्होंने जैसे ही अखिलेश को देखा तो कहा- “तुम तो बिल्कुल बेबी लगते हो। कितनी उम्र है?2009 बैच के आईपीएस अखिलेश का जन्म 1 मई, 1983 में लखनऊ में हुआ था। वे कहते हैं, “मेरे लिए यह पॉजिटिव बात है कि मेरी उम्र कम लगती है।मेरे दोस्त भी कहा करते थे कि मेरी उम्र कम लगती है।लखनऊ में स्कूलिंग के बाद इन्होंने एनआईटी, इलाहाबाद से बीटेक किया।2005 में इंडियन आयल में इंजीनियर रहे।कुछ समय डीआरडीओ में भी रहे।लेकिन इन नौकरियों में इनका मन नहीं लगा।इसलिए 2006 में दिल्ली से सिविल सर्विसेस की तैयारी शुरू की।और 2007 में सबसे पहले IRS में सिलेक्शन हुआ, लेकिन इन्होंने इस जॉब को भी ड्राप कर दिया।वर्ष 2009 में तीसरी कोशिश में IPS के लिए सिलेक्शन हुआ।292 रैंक आई थी।
शुरुवाती दौर में ही 1 साल में इस IPS के हो चुके हैं 6 बार ट्रांसफर
अखिलेश बताते है कि ट्रेनिंग के बाद इनकी आजमगढ़, सीतापुर, आगरा में पोस्टिंग हुई। इसके बाद प्रतापगढ़ में एसपी रहे।शुरुवाती दौर में ही एक साल के अंदर इन्हें 6-6 तबादले झेलने पड़े।आगरा पीएसी के बाद एसपी औरैया बनाया गया।5 महीने बाद एटीएस, एसपी के तौर पर आगरा भेजा गया।लेकिन वहां भी सिर्फ एक दिन ही रह पाये। वहां एसपी एटीएस की एक ही पोस्ट थी।इसलिए एसपी इंटेलिजेंस आगरा बना दिया गया।उसके बाद इनका ट्रांसफर झांसी में हो गया था इसके बाद सरकार बदलते ही एटा हो गया था।बर्तमान समय इन्हें फैजाबाद जिले की कमान सौंपी गई है।
वाइफ के साथ साल में एक बार जरूर जाते हैं घूमने
जानकारी के मुताविक अखिलेश की 18 जनवरी, 2014 में स्फूर्ति से शादी हुई थी।स्फूर्ति को वह पढ़ाई के दिनों से ही जानते थे।वह कहते हैं, मुझे घूमना पसंद है।साल में एक बार जरूर छुट्टी लेकर पत्नी के साथ बाहर घूमने जाता हूं। इसके अलावा बुक रीडिंग भी मुझे पसंद है।मेरा मानना है,नौकरी में ईमानदारी जरूरी है। सरकार से हमें सब कुछ मिलता है। घूसखोरी से बदनामी के सिवाय कुछ नहीं मिलता।
पहले भी हो चुके है भावुक
झांसी जिले के SSP रहे अखिलेश कुमार चौरसिया का ट्रांसफर जब एटा जिले में कर दिया गया था।तो उनका विदाई कार्यक्रम रखा गया था।इस दौरान सड़क पर भीख मांगने वाले कुछ गरीब बच्चे अखिलेश कुमार को विदाई देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे।सभी के हाथ में गुलाब का फूल था।SSP ने भी बच्चों को निराश नहीं किया।उन्होंने फूल लेकर बच्चों का हालचाल पूछा।इस बीच एक बच्ची की बात सुनकर वह भावुक हो गए और तुरंत एक्शन लेने का आदेश दिया।सभी बच्चों ने उनका धन्यवाद किया।लेकिन एक बच्ची बोली, ”सर…मेरी मां मुझे गलत काम कराना चाहती है।एसएसपी ने बच्ची से उसका नाम पूछा और बोले- तुम्हारी मां ऐसा क्यों करती है? बच्ची बोली- मां रोज शराब पीती है और मेरे पापा को मारती है।मुझे स्कूल जाने से रोकती है।अखिलेश चौरसिया ने तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।