तो अब पंच परमेश्वर करेंगे मनरेगा व पीएम आवास का सत्यापन,मवई ब्लॉक में शुरू हुआ सत्यापन
मवई ब्लॉक क्षेत्र के प्रत्येक ग्राम पंचायत लगेगी पंच परमेश्वर के साथ अधिकारियों की चौपाल।
शोशल आडिट टीम पूछेगी अधिकारियों व ग्रामीणों से सवाल।
मवई(फैजाबाद) ! जी हां चौकिए नही बल्कि ये सत्य है।कि अब गांव समाज से ही बनी पंच परमेश्वरों की एक टीम गांव गांव चौपाल लगाएगी।चौपाल में मनरेगा के कार्यों व प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना 2017-18 के लाभार्थियों का सत्यापन के साथ साथ दोनो योजनाओं का भौतिक सत्यापन भी ये पंच परमेश्वर की टीम करेगी।जिसके लिए सरकार ने खाका तैयार किया है।जिसके अन्तर्गत मवई ब्लाक के 55 ग्राम पंचायतों में शोशल आडिट टीम के चार सदस्य पहले तो गांव में हुए विकास कार्य का भौतिक सत्यापन करेंगे और फिर खुली बैठक कर ग्रामीणों से सवाल और वही मौजूद अधिकारियों से जबाब तलब होगा।सवालों के जबाब से यदि गांव की जनता संतुष्ट नहीं होगी तो उसे जनपद और शासन के अधिकारियों को जांच के लिए भेजा जाएगा।मवई ब्लॉक क्षेत्र में आडिट के लिए प्रत्येक सात ग्राम पंचायतों पर एक सोशल ऑडिट टीम का गठन किया गया है।प्रत्येक टीम में चार सदस्य होंगे।इस टीम की निगरानी के लिये एक पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए है।इसके लिए ब्लॉक स्तर पर एक बैठक आयोजित कर ग्राम पंचायत में शोशल ऑडिट के लिये टीमें रवाना कर दी गई है।
बताते चले मनरेगा के भुगतान और फर्जीवाड़े तथा प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास में ग्राम प्रधानों द्वारा की जाने वाली अनियमितताओं एवं कार्योँ में होने वाली गड़बड़ियों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए शासन ने प्रत्येक 7 गांव पर एक सोशल ऑडिट टीम गठित करने का निर्णय लिया है। इस टीम में चार सदस्य व पर्यवेक्षक होंगे, जो मनरेगा से संबंधित प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखेंगे।इन पांच सदस्यों में सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग व एससी/एसटी वर्ग का एक-एक सदस्य होगा।इनके अलावा एक महिला व एक श्रमिक सदस्य होगा।यह वह श्रमिक होगा जो मनरेगा के तहत कम से कम 15 दिन तक काम कर चुका होगा।श्रमिक के अलावा प्रत्येक सदस्य को कम से कम हाईस्कूल पास होना अनिवार्य है।
ऑडिट टीम पंच परमेश्वर से लेगी 234 विन्दुओं पर सहमति।
जिला शोशल ऑडिट समन्वयक तौकीर अहमद ने बताया कि गांव समाज के लोगों से बनी चार सदस्यीय टीम मनरेगा से सम्बंधित 234 विन्दुओं पर ग्रामीणों से सवाल करेगी।ग्रामीणों की सहमति व असहमति को नोट करने के बाद उसकी रिपोर्ट ब्लॉक कोआर्डिनेटर के जरिये जिला मुख्यालय भेजेगी।इन्होंने बताया ऑडिट टीम पहले अभिलेखीय अवलोकन फिर कार्यो का भौतिक सत्यापन और फिर मनरेगा मजदूरों के साथ बातचीत के बाद निश्चित तिथि पर खुली बैठक कर कमियों को पकड़ने के बाद ग्रामीणों की शिकायतें भी सुनेंगी।
शोशल ऑडिट टीम की सात ब्लॉक के कोआर्डिनेटर करेंगे निगरानी।
गांवो में मनरेगा व ग्रामीण पीएम आवास की ऑडिट के लिये मवई ब्लॉक क्षेत्र में लगी सात पांच परमेश्वर टीम की निगरानी के लिये जिले के उच्च अधिकारियों के साथ सात ब्लॉक के कोआर्डिनेटर को भी पर्यवेक्षण कर कार्य भी सौंपा गया है।जो अपनी टीम की रिपोर्ट को संकलित कर जिला कोआर्डिनेटर को सौपेंगे।ये जानकारी मवई ब्लॉक कोआर्डिनेटर मो0 खालिद ने दी।
सुरक्षा के लगाई जाएगी पुलिस फोर्स।
आम तौर पर देखा गया है कि गांव में खुली बैठकों के दौरान ग्राम प्रधान व रनर विपक्षी बातों बातों को लेकर आमने सामने हो जाते है।कई जगह मारपीट की भी घटनाएं हुई है।जिसको लेकर इस बार शासन ने पहले से ही सुरक्षा के व्यापक प्रबंध के निर्देश दिए है।शासन द्वारा जारी बैठकों का रोस्टर को पुलिस अधिकारियों को भेज गया है।
ऑडिट के नाम पर हो रही फर्जअदायगी
31 अगस्त को प्रशिक्षण के बाद ये टीम गांव में पहुंच गई है।अब तक ब्लॉक क्षेत्र के अशरफनगर अशरफपुर गंगरेला भटमऊ नरायनपुर बाबूपुर बसौड़ी बरतरा बरौली में ऑडिट टीम द्वारा खुली बैठक आयोजित की गई।जो महज एक घंटे में ही निपटा दी जा रही।खुली बैठक में कम ग्रामीणों की संख्या भी लोगों में जागरूकता के अभाव को दर्शाती है।ऑडिट भी कुछ बिंदुओं पर चर्चा कर महज फर्ज अदा कर वापस चली है।
वर्ष 2014-15 में हुई थी मनरेगा की ऑडिट।
बताते चले कि मवई क्षेत्र में 2014-15 के बाद ग्राम पंचायतों में मनरेगा की कोई आडिट नही हुई।जो इस वर्ष शासन के निर्देश के बाद शुरू हो गई है।लेकिन मवई क्षेत्र में बनी शोशल ऑडिट टीम केवल वर्ष 2017-18 में ही मनरेगा में कराए गए कार्य व पीएम आवास का सत्यापन करेगी।जबकि मवई ब्लॉक क्षेत्र में वर्ष 2015-16 व 2016-17 में मनरेगा योजना अन्तर्गत कराए गए कार्यो में भारी अनिमितता हुई है।जिसकी कई ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने शिकायत भी की है।ऐसी शिकायतें मवई के अशरफनगर,भटमऊ नरायनपुर, मवई, उमापुर आदि ग्राम पंचायतों से हुई है।