निर्माणाधीन शौचालय की गिरी दीवार,लक्ष्य पूरा करने की आपाधापी में मानक विहीन शौचालयों का निर्माण
प्रहलाद तिवारी-ब्यूरो
रुदौली(फैजाबाद) !
============लक्ष्य पूरा करने की आपाधापी में मानक विहीन शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है।शौचालय बनते ही धराशाई हो रहे है।ममरेजनगर हाता गांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बन रहा निर्माणाधीन शौचालय अचानक गिर पड़ा। एक बालक दीवार के मलबे में दब गया। चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने मलबा हटाकर बच्चे को बाहर निकाला और आनन-फानन में निजी चिकित्सालय ले गए। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
[प्रधान प्रतिनिधि ने आनन-फानन में मलबे को हटवा दिया है।]
ममरेजनगर गांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कमलेश कुमार पुत्र रामलाल का शौचालय ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामफेर ठेके से बनवा रहे हैं।आरोप है कि घटिया निर्माण सामग्री से जुड़ाव के चलते शौचालय की निर्माणाधीन दीवार अचानक गिर पड़ी। साइकिल से जा रहा अजय कुमार पुत्र तिलकराम 12 वर्ष मलबे में दब गया।परिवारीजनों ने बताया कि बच्चे के सिर में छह टांका लगा है। ग्रामीणों की मानें तो इससे पहले भी मुशीर पुत्र जहीर की निर्माणाधीन शौचालय की दीवार गिर चुकी है, जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर मुशीर ने की थी। पीली ईंट व रेता से घटिया निर्माण कराने का आरोप लगाया था।दो अक्टूबर को जिले के सभी ग्राम सभाओं को खुले में शौचमुक्त कर ओडीएफ कराने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को सौंपा जा चुका है। ऐसे में मानकों की जमकर अनदेखी की जा रही है।