मवई क्षेत्र के लखनीपुर मजरे बरतरा गांव में वायरल फीवर की चपेट में दो दर्जन बच्चे,चिकित्सको की टीम के साथ गांव पहुंचे सीएमओ
बालक की मौत के बाद लखनीपुर गांव पहुँचे सीएमओ।
दो दिन से लगे चिकित्सा कैम्प में आये बुखार से पीड़ित बच्चों का सीएमओ ने किया परीक्षण।
मवई(फैजाबाद)-:
===========मवई ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम लखनीपुर मजरे बरतरा गांव में गुरुवार को एक सप्ताह से रहस्यमई बुखार की चपेट में रहे एक 15 वर्षीय बालक की मौत एक निजी अस्पताल में हो गई थी।जिसकी भनक लगते ही सीएचसी अधीक्षक डा0 रविकांत वर्मा चिकित्सको की पांच सदस्यीय टीम तत्काल गांव भेज बुखार की चपेट में रहे बच्चों का उपचार कराया।
शुक्रवार को स्वयं सीएचसी प्रभारी चिकित्सकों के साथ गांव पहुंचे और कैम्प लगाकर बुखार से पीड़ित बच्चों का रक्त परीक्षण कर दवाइयां बांटी।इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एके गुप्त भी गांव पहुंच गए।उन्होंने मवई सीएचसी प्रभारी डा0 रविकांत को सभी बच्चों का रक्त परीक्षण कर दवाइयां वितरित करने का निर्देश दिया।सीएमओ ने बताया जो बच्चे बुखार की चपेट में है।
उन्हें दवाइयां वितरित करवाई जा रही है।इन्होंने वाइरल फीवर की बात बताई है।बताते चले मवई के लखनीपुर गांव निवासी राम विलास का 15 वर्षीय पुत्र मोहित कुमार पिछले लगभग एक सप्ताह से बुखार की चपेट में था।जो गुरुवार की दोपहर मवई चौराहा स्थित एक हॉस्पिटल में मृत हो गया।वही गांव निवासी हिमांशी पुत्री राम विलास 4,रूबी पुत्री राम राज 5,उमाकांत पुत्र बृजेश 6 वर्ष समेत अन्य कई बच्चे इस बुखार की चपेट में थे।जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पांच सदस्यीय चिकित्सको की एक टीम गांव में पहुंच बुखार की चपेट में रहे बच्चों का त्वरित उपचार किया।दूसरे दिन शुक्रवार को भी देर शाम तक सीएचसी अधीक्षक लखनीपुर गांव में कैम्प लगाए रहे।
सीएचसी प्रभारी डा0 रवि कांत ने बताया कैम्प में कुल 26 बच्चों का उपचार किया गया।जिसमें 21 बच्चों का रक्त परीक्षण भी किया गया।सभी बच्चों में मलेरिया निगेटिव मिला।कैम्प में गांव के अनिल कुमार 10 वर्ष सावित्री 7 सुषमा 8 शांति 12 हिमांशू 4 रुवी 3 मोनी 4 उमाकांत 6 सोनम 5 रामतीरथ 6 राम कुमार 6 पलक वर्मा 3 प्रियांसी 6 परवेज 4संदीप 12 सोनू 3 वर्ष वाइरल फीवर की चपेट में थे।सभी का उपचार कर दवाइयां वितरित की गई है।