दिसंबर महीने तक पूरी होंगी राष्ट्रीय राजमार्ग की पंद्रह परियोजनाएं
उत्तर प्रदेश ! केंद्र सरकार ने आगामी आम चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश की 15 महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) परियोजनाओं को इस साल दिसंबर तक पूरी करने का लक्ष्य रखा है। लेकिन, इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को जोड़ने वाली राजमार्ग परियोजनाओं के पूरा होने की कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।उत्तर प्रदेश में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और सड़क परिवहन मंत्रालय की कुल 81 परियोजना चल रही है। इसमें एनएचआई 45 और मंत्रालय 36 परियोजनाओं पर काम कर रहा है। बताते हैं कि सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आगामी आम चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश के 15 महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को दिसंबर 2018 तक पूरी करने का लक्ष्य रखा है।इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर महाराजगंज मार्ग से कप्तानगंज सेक्शन तक का विस्तार और उन्नयन का कार्य शामिल है। 33 किलोमीटर राजमार्ग पर 208 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसी कड़ी में सोनौली गोरखपुर सेक्शन का विकास किया जाएगा। 81 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर 494 करोड रुपये का खर्च आएगा।33 किलोमीटर लंबे महाराजगंज कप्तानगंज सेक्शन की चौड़ाई और उन्नयन का कार्य 208 करोड़ रुपये से पूरा होगा। 18 किलोमीटर लंबी रायबरेली के पूर्वी छोर पर रिंग रोड बनाई जाएगी। इस पर 303 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। 119 किलोमीटर लंबी रायबरेली इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण पर 291 करोड़ रुपये खर्च होंगे।आगरा बीकानेर सेक्शन (44 करोड़), बाराबंकी जरवल रोड (273 करोड़), रुदौली के पास घाघरा ब्रिज (398 करोड़), गाजियाबाद में में रामपुर तिराहा खंड (दो करोड़), गाजीपुर में बेसो नदी का क्षतिग्रस्त पुल (दो करोड़), मैगलगंज पुवायां दो लेन राजमार्ग (165 करोड़) आदि शामिल है।
इस साल के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से जुड़े घाघरा पुल से वाराणसी पैकेज एक (58 किलोमीटर) को विकसित करने पर 674 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और इसे दिसंबर 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।वाराणसी रिंग रोड पैकेज 1 (405 करोड़), वाराणसी रिंग रोड पैकेज दो (949 करोड़) परियोजनाओं के पूरा होने का कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।वाराणसी देवमापुर पैकेज एक (670 करोड़) की तारीख तय नहीं है।जिन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के पूरा होने का लक्ष्य तय नहीं है, उनमें अलीगढ़ कानपुर पैकेज एक (1065 करोड़), अलीगढ़ कानपुर पैकेज 3 (1332 करोड़), अलीगढ़ कानपुर पैकेज 2 (1197 करोड़), चकेरी इलाहाबाद (1926 करोड़), हापुड़ बाईपास से मुरादाबाद बाईपास (2141 करोड़) आदि शामिल है।
एनएच की लंबाई 7698 से बढ़कर 12294 किलोमीटर हुई।
2014 तक उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 7698 किलोमीटर थी। 2018 में बढ़कर 12294 किलोमीटर पहुंच गई है। केंद्र सरकार ने पिछले 4 साल में 4595 किलोमीटर नए राष्ट्रीय राजमार्गों की घोषणा की है 35000 करोड़ की लागत वाले उक्त राजमार्गों की डिटेल प्रोजेक्ट तैयार हो रही है।