अमेठी-प्रजातांत्रिक देश में भक्षक नहीं रक्षक नजर आनी चाहिए पुलिस-डीजीपी
रिपोर्ट-तारकेश्वर मिश्र
अमेठी ! हमारा देश प्रजातांत्रिक है। यहां पुलिस को भक्षक नहीं, बल्कि रक्षक नजर आना चाहिए। पुलिसकर्मियों को जनता का उत्पीड़न करने की इजाजत नहीं है।जहां भी पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं।उन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।ये बातें पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय अमेठी में मीडिया से बात करते हुए कहीं। लखनऊ में शुक्रवार की रात पुलिस कर्मियों की गोली से हुई विवेक तिवारी की मौत के बाबत पूछे गए सवाल पर डीजीपी ने कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों पर त्वरित कार्रवाई की गई है।उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में अब तक विभिन्न मामलों में दोषी पाए गए 200 पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को निलम्बित किया गया है।वहीं एक दर्जन पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। बाराबंकी के हैदरगढ़ थाने में तैनात महिला सिपाही मोनिका द्वारा आत्महत्या किए जाने के सवाल पर डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि मृतका सीसीटीएनएस में कार्यरत थी। इसमें उसके ऊपर मानसिक दबाव की बात नहीं होनी चाहिए। मामले की जांच करवाई जा रही है। अगर महिला सिपाही की आत्महत्या में एसओ या कोई अन्य पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मोहर्रम पर जहां 38 घटनाएं सामने आई थीं, वहीं इस बार सिर्फ 9 घटनाएं ही सामने आई हैं। मीडिया से बात करने से पूर्व एसपी कार्यालय पहुंचे डीजीपी का डीआईजी फैजाबाद ओंकार सिंह, एसपी अमेठी अनुराग आर्य, एसपी सुलतानपुर अनुराग वत्स व एसपी प्रतापगढ़ देवराज वर्मा ने स्वागत किया।