सड़कों का हाल-बेहाल देख श्री चेतगंज रामलीला समितिसमिति ने प्रशासन से लगायी गुहार
वाराणसी। विश्वविख्यात चेतगंज की नक्कैटया आगामी 27 अक्टूबर को प्रस्तावित है। इस मेले में करीब दस लाख लोगों की भीड़ पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आती है। सैकड़ों लाग विमान की झांकियां निकलती है। मेले का मुख्य मार्ग चेतगंज चौराहे से लेकर लहुराबीर तथा वंदना हॉस्टल से बागबरियार सिंह तक की सड़क जगह जगह टूटी है। बुधवार को श्री चेतगंज रामलीला समिति की प्रेस वार्ता में समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता बच्चू ने जिला प्रशासन से पूरे मेला क्षेत्र में सड़को की मरम्मत के साथ स्ट्रीट लाइट, जल संस्थान की ओर से पानी का टैंकर एवं दस जेनरेटर की व्यवस्था करने की मांग की।
सीएम योगी से आर्थिक मदद की मांग
इस दौरान समिति के उपाध्यक्ष तनुज पाण्डेय ने कहा कि अंग्रेजों के अत्याचार के विरोध में 131 वर्ष पहले स्वर्गीय बाबा फतेह राम जी द्वारा नक्कैटया मेले की शुरूआत की गई थी। इसमें व्यवस्था पर तंज कसते हुए लाग-विमान के जरिया हालात दिखाये जाते थे। आज श्री चेतगंज रामलीला समिति की आर्थिक स्थिति दयनीय है। प्रेस वार्ता के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री और बनारस के सांसद नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह मांग करता हूं कि समिति को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद निगम, भोलानाथ जायसवाल, कैलाश नाथ गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।