फेसबुक के 81 हजार यूजर के पर्सनल डेटा चोरी, एक खाते की डिटेल 6.5 रु में बेच रहे हैं हैकर
फेसबुक के लिए 2018 काफी खराब साल रहा है और इस साल कई बार डेटा लीक के मामले सामने आए हैं। अब बीबीसी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हैकर्स ने फेसबुक के 81 हजार यूजर के अकाउंट हैक कर डेटा चुरा लिए। एक यूजर की पर्सनल डिटेल 10 सेंट (6.50 रुपए) में बेची जा रही है। बीबीसी के मुताबिक, डेटा को बिक्री के लिए जिस वेबसाइट पर पब्लिश किया गया है, उसका डोमेन रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में बताया जा रहा है
हैकर्स के पास 12 करोड़ यूजर्स के खातों की डिटेल
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी साल सितंबर में FBSeller नाम वाले यूजर ने जानकारी दी थी कि उसके पास 12 करोड़ फेसबुक यूजर्स के अकाउंट की डिटेल्स हैं, जिन्हें वो बेचना चाहता है। जब बीबीसी की तरफ से साइबर सिक्योरिटी फर्म डिजिटल शैडो ने इस मामले की जांच की तो पाया कि हैकर्स 81 हजार फेसबुक यूजर्स के अकाउंट को उनके प्राइवेट मैसेज के साथ बेच रहे हैं। डिजिटल शैडो ने ये भी पाया कि हैकर्स के पास 1 लाख 76 हजार यूजर के ई-मेल एड्रेस और फोन नंबर भी हैं। हालांकि, ये डेटा आसानी से मिल गया क्योंकि, बहुत से यूजर ई-मेल और फोन नंबर खुद ही पोस्ट करते हैं
रूसी वेबसाइट ने हैक किया डेटा : बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी नहीं दी है कि इस डेटा को किसने चुराया है। लेकिन उसने बताया है कि जिस वेबसाइट पर यूजर्स के डेटा को बेचने का विज्ञापन दिया गया, उसका डोमेन रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में है।
हैकर्स ने एेसे चुराया यूजर्स का डेटा
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स ने यूजर्स की अकाउंट डिटेल्स और उनके प्राइवेट मैसेज को मैलवेयर वेबसाइट्स और ब्राउजर एक्सटेंशन से लिया होगा। बीबीसी ने दावा किया है कि उसने रूस के 5 फेसबुक यूजर्स से बात की जिनके प्राइवेट मैसेजेस को बेचा जा रहा था। इन यूजर्स ने बताया है कि मैसेज उन्हीं के हैं। इन मैसेज में न सिर्फ टेक्स्ट बल्कि फोटो भी शामिल हैं। हैकर्स जिन यूजर्स के डेटा को बेच रहे हैं, उनमें यूक्रेन, रूस, ब्रिटेन, अमेरिका और ब्राजील समेत कई दूसरे देशों के हैं।
फेसबुक इस मामले की जांच कर रहा है
फेसबुक के वाइस-प्रेसिडेंट (प्रोडक्ट) गाय रोजेन ने बीबीसी को बताया कि “हम इस मामले पर ब्राउजर मेकर्स से बात कर रहे हैं। उन्हें ये सुनिश्चित करने को कहा गया है कि जिन एक्सटेंशन से यूजर्स का डेटा चुराया गया, वो अब उनके प्लेटफॉर्म से हटाए जाएं।” उन्होंने कहा कि “हम इस मामले पर कानूनी एजेंसियां और लोकल अथॉरिटी से भी बात कर रहे हैं ताकि जिस वेबसाइट पर यूजर्स का डेटा बेचा जा रहा है, उसे ब्लॉक किया जा सके।”
ब्राउजर पर एक्सटेंशन डाउनलोड करने से बचें
इस मामले में सामने आया कि हैकर्स ने यूजर्स का डेटा फेसबुक से नहीं बल्कि ब्राउजर एक्सटेंशन की मदद से चुराया है। ज्यादातर लोग अपनी सहूलियत के लिए ब्राउजर में मौजूद एक्सटेंशन को डाउनलोड कर लेते हैं, लेकिन हैकर्स इन एक्सटेंशन के जरिए यूजर के डेटा चुरा लेते हैं। इसलिए कोई भी एक्सटेंशन को डाउनलोड करने से पहले उसे अच्छी तरह चेक करना चाहिए।
साभार रिपोर्ट दैनिक भास्कर