सौ साल पुरानी गौरीशंकर गोशाला में भजन सुनते ही गायें दूध देने खुद आकर खड़ी हो जाती हैअलग शैड के तले
100 साल पुरानी कस्बे की गौरीशंकर गोशाला में गायों काे सुबह-शाम दूध निकालने के दौरान श्रीकृष्ण के भजन सुनाए जाते हैं। गोशाला सचिव विनोद कासिमपुरिया ने बताया कि कई साल से ऐसा किया जा रहा है। गायों के लिए गोशाला में म्यूजिक सिस्टम है। दूध निकालने से पहले ही म्यूजिक सिस्टम चला दिया जाता है। भजन शुरू होते ही दुधारू गायें खुद ही दूध निकालने के लिए बने शेड में आकर अपने तय स्थान पर आकर खड़ी हो जाती हैं। यही क्रम शाम को दोहराया जाता है। कासिमपुरिया ने बताया कि गौरीशंकर गौशाला की स्थापना सौ साल पहले संवत् 1975 में हुई थी। प्रबंधक त्रिभुवनसिंह शेखावत ने बताया कि गोशाला में करीब 240 गाय-बछड़े हैं। जिनमें से 30 दुधारू है। गोपाष्टमी पर गौशाला में सुबह गायों की पूजा की जाती है। कस्बे में गो पूजन के लिए गायों की फेरी निकाली जाती है। टाइम देखने के लिए गोशाला में लगाई गई घड़ी भी गोमूत्र से चलती थी।
गुढ़ागौड़जी | श्री जमवाय ज्योति गोशाला भोड़की में गोपाष्टमी मेला शुक्रवार को लगेगा। गोशाला सचिव कैलाश डूडी ने बताया कि गोपाष्टमी पर गायों के पूजन के साथ मेहंदी प्रतियोगिता, दीपावली स्नेहमिलन समारोह व गरीब-असहाय बच्चों को स्वेटर वितरण जैसे कार्यक्रम होंगे।
बगड़. सौ साल पुरानी गौरीशंकर गोशाला।
बिसाऊ : गायों को सुबह 4 से 11 बजे तक सुनाते हें भजन
बिसाऊ. कस्बे की गोशाला की 450 गायों के अच्छे दिन आ गए हैं। गायों को सुबह-शाम श्रीकृष्ण के भजन सुनाने के लिए साउंड सिस्टम लगाया गया है। गायों को रोज तड़के 4 से सुबह 11 व शाम को 4 से रात 9 बजे तक भजन सुनाए जाते हैं, इसके लिए साउंड सिस्टम लगाया गया है। अब तक धूप, सर्दी और बरसात में खुली रहनेवाले गायों के लिए साढ़े सात लाख का टिनशेड बनाया गया है। रोज ठाण की मिट्टी बदली जाती है, पूरी गोशाला में रोशनी की गई है, रंगाई-पुताई चल रही है। यह बदलाव हुए बिसाऊ निवासी और मुंबई प्रवासी उद्यमी कमल पोददार के प्रयासों से। उन्होंने अपने जन्मदिन पर साढ़े सात लाख खर्च कर टिनशेड बनाया है। उनसे प्रेरित होकर बहुत से उद्यमी अपना जन्मदिन गायों के बीच मनाने लगे हैं। लोग अपने वजन के बराबर फल, गुड़, अनाज तुलवाकर गायों को खिला रहे हैं। 16 नवंबर को गोशाला में गोपाष्टमी मेला भरेगा। इस दिन भी काफी लोग तुलादान करेंगे।
उदयपुरवाटी | गोपाष्टमी पर शुक्रवार को श्रीकृष्ण गोशाला में गोपूजन के साथ ही गोपाष्टमी मेला भरेगा। प्रबंध समिति के मंत्री वैद्य अरुण जोशी के मुताबिक शुक्रवार सुबह से ही गायों की विशेष पूजा होगी। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण, वेद भगवान और गोमाता की विशेष पूजा दोपहर एक बजे बड़ी कोटड़ी में होगी। उसके बाद रथ यात्रा निकाली जाएगी, जो जुलूस के रूप में वापस श्रीकृष्ण गोशाला पहुंचेगी। वहां अपराह्न तीन बजे आमसभा होगी, जिसमें गणमान्य लोग गोसंरक्षण पर अपने विचार रखेंगे।