अयोध्या में साधु के वेश में आतंकी हमला होने की फैलाई थी अफवाह, आरोपी वसीम गिरफ्तार
अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा के दौरान साधु का वेश बनाकर आतंकवादी हमले की अफवाह फैलाने के मामले में बाराबंकी पुलिस ने एक वसीम नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। बाराबंकी पुलिस ने बताया कि वसीम ने आतंकियों के साधु के वेश में होने और अयोध्या में धर्मसभा के दौरान हमला करने की अफवाह फैलाई।
वसीम ने डायल 100 को दी थी सूचना
सूत्रों ने बताया है कि अयोध्या में विहिप की धर्मसभा के आयोजन में बड़ी संख्या में रामभक्त पहुंच रहे थे। ऐसे में प्रशासन ने पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया था। ड्रोन कैमरों से नजर रखी जा रही थी। इसी दौरान वसीम नामक के एक व्यक्ति ने डायल 100 को सूचना दी थी कि धर्मसभा में कुछ आतंकवादी साधु के वेश में आकर हमला करने वाले हैं।
वसीम की इस अफवाह से आलाधिकारियों में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद बाराबंकी पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में वसीम ने आतंकवादी हमला की अफवाह फैलाने की बात स्वीकार की है।
कुछ लोग कर रहे थे बम की बातें
पुलिस पूछताछ के दौरान गिरफ्तार वसीम ने बताया है कि जब वह बस से जा रहा था तभी वहां मौजूद कुछ लोग बम की बातें करने लगे। उन लोगों की बातें सुनकर उसने अयोध्या पुलिस को इसकी जानकारी दी। वसीम ने बताया कि जब उन लोगों ने मुझसे पता पूछा तो मैंने अपना पता नहीं बताया।
आरोपी वसीम का कहना है कि वह अक्सर पुलिस विभाग को इस तरह की वारदातों की सूचना देता रहता था। मामले की जानकारी देते हुए बारांबकी के एसपी वीपी श्रीवास्तव ने बताया कि अयोध्या में एक व्यक्ति ने डायल 100 को सूचना दी थी कि वहां 10 आतंकवादी पहुंचे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इस सूचना के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की, तो जांच में पता चला कि सूचना देने वाले शख्स ने शिवराज का पता नोट कराया था, लेकिन वहां पर कोई नहीं मिला। वहीं, शिवराज ने बाराबंकी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी कि कोई उसके पुराने नंबर का गलत इस्तेमाल कर रहा है
एसपी के मुताबिक, जांच में पता चला की सूचना देने वाला वसीम पुत्र लल्लन कोतवाली नगर में कर्बला के पास का निवासी है। एसपी ने बताया कि आरोपी वसीम को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करेंगे और इसकी रिमांड की मांग करेंगे।