जनाक्रोश रैली में शिवपाल ने भाजपा पर साधा निशाना,बोले सीना 56 इंच का होगा पर दम नही आपके।
सपा से अलग होकर शिवपाल सिंह यादव आज अपनी पहली रैली के जरिए राजनीतिक ताकत का अहसास करा रहे हैं।
रैली को सफल बनाने के लिए उनके समर्थकों ने भी झोंकी पूरी ताकत।
लखनऊ ! सपा से अलग होकर शिवपाल सिंह यादव आज अपनी पहली रैली के जरिए राजनीतिक ताकत का अहसास करा रहे हैं। उनके समर्थकों ने रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। जनाक्रोश रैली में भीड़ जुटी है। शिवपाल की रैली को सेक्युलर मोर्चा के बैनर से जुड़े 40 से अधिक छोटे दलों का भी समर्थन है। शिवपाल बोले आज दम ख़म दिखा हमने यह रैली इस देश से भाजपा को हटाने के लिए बुलाई है।रैली में किसान मजदूर अल्पसंख्यक मुसलमान से लेकर युवा दलित सब मौजूद हैं यह पहला मौका है जब रमाबाई मैदान में दलित पिछड़े गरीब किसान सब इकट्ठा हुए हैं । यहां से संदेश जाना है यही से परिवर्तन होना है । रैली का नाम जन आक्रोश रैली इस लिए रखा था कि देश और प्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी है सब दुखी है देश, विषम परिस्थितियों से गुज़र रहा है, देश पर संकट है भाजपा की सरकार जब जब आई है इन्होंने ने भाई को भाई से लड़ने का काम किया देश को कमज़ोर करने का काम किया, देश क़ब्ज़ा और क़र्ज़ा मुक्त होना चाहिए देश पर बड़ा क़र्ज़ा है एक हज़ार छियासी वर्गमील पर पाकिस्तान का क़ब्ज़ा है चीन ने भी सीमा पर क़ब्ज़ा कर रखा है देश पर क़र्ज़ा और क़ब्ज़ा बढ़ रहा है आप का सीना 56 इंच का होगा लेकिन दम नही है आप के रहते क़र्ज़ा और क़ब्ज़ा दोना बढ़ा है एक के बदले दस सर लाने का वादा था क्या हुआ।
रोज़ सीमा पर जवान शहीद हो रहे हैं भर्ष्टाचार कितना खत्म हुआ है जिलाधिकारी के यहां भी सुनवाई नही हो रही विदेशों। से काला धन लाने का वादा किया था हर किसी को 15 लाख देने का वादा था लेकिन क्या हुआ पाकिस्तान और चीन लगातार क़ब्ज़ा कर रहा है हमाँरे साथ छोटे छोटे दल है हमारे साथ 44 छोटे दल हैं नेताजी साथ हैं 40 साल उन के साथ काम किया है आप को संबोधित करेंगे ये फैसला क्यों किया हम हमेशा नेताजी के साथ और समाजवादी पार्टी के सतह रहना चाहते थे मैंने कभी कोई पद नही मांग सीएम मांत्रि का पद भी नही मांग नेताजी का देश हमेशा माना अपने परिवार में भी छोटे और बड़े का आदेश माना है रजत जयन्ती पर थे हम ने केवल सम्मान मांगा था इस के अलावा कुछ नही मांगा था हम ने भी प्रयास किया आप ने भी प्रयास किया जिन की वजह से चुगलखोरों की वजह से जिन के पास कोई जनाधार नही था उन के कहने पर सब हुआ हम ने आप की इजाज़त से पार्टी बनाई भगवती सिंह, राम नरेश, राम सेवक यादव बैठे हैं सब के सामने आप ने इजाज़त दी थी एर्क दिन बाद फिर पूछा तब पार्टी बनाई है किसान और गरीब परेशान है। उत्पीडन हो रहा है लड़कियां जो स्कूल जाटी है वो भी खतरे में हैंहर कोई तनाव में हैंछोटा बड़ा वयापारी हर कोई तनाव में है हर कोई परेशान हैं1989 अक्टूबर में जब आप सीएम थे आप ने बाबरी मस्जिद बचाई थी देश मे दंगे को रोका था।1992 में क्या हुआ बाबरी मस्जिद गिराई गए बावजूद इस के की सरकार ने एफिडेविड लगाया था लोग मुसलमानों का नाम लेने में घबराने लगे हैं हम 25 नवम्बर को सड़कों पर निकल पड़े थे कि अयोध्या में दंगे नही होने देंगे धारा 144 का उलंघन होता है तो राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए संविधान की रक्षा के लिए हमारी पार्टी सड़कों पर उतरी ईवीएम से बेमानी हो सकती है बैलेट पेपर से वोटिंग होनी चाहिए।
शिवपाल के होर्डिंगों से पाट दिया शहर
शिवपाल की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का नारा है- हैं तैयार हम। इस रैली के लिए उनके समर्थक खासे उत्साहित हैं। उनके लिए नए नए स्लोगनों का इस्तेमाल शहर भर में हो रहा है। पूरा शहर शिवपाल समर्थकों ने होर्डिंगों से पाट दिया है। एयरपोर्ट से लेकर गोमती नगर के मुख्य मार्ग में दोनों ओर इस कदर होर्डिंगें लगी हैं जैसे कि पीएसपी ही सबसे बड़ी रैली करने जा रही हो।
आज परवर्तन का दिन, मैं चाचा के साथ- अपर्णा यादव
मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने कहा कि आज की रैली इस बात का सबूत है कि शेर को चोट नहीं देनी चाहिए, जब नेताजी को चोट पहुंची तो वो शिक्षक से राजनेता बने। अब शिवपाल चाचा को चोट पहुंची है तो देखिए आगे आगे होता है क्या? भारत एक सेक्युलर देश है। हमें पानी, बिजली, सड़क सब चाहिए, पर आज हमको ऐसा कुछ नहीं मिला। किसान, मजदूर, युवा, किसी की भी सुनवाई नहीं हो रही है। आज परिवर्तन का दिन है, 2019 में आप तय करिए कि, आपको किसको चुनना है। मैं आभारी हूं कि, चाचा ने मुझे बोलने का मौका दिया, में तन मन धन हर तरह से आपके साथ हूं।
सपा का नाम लेकर मुलायम ने शिवपाल को किया असहज
जनाक्रोश रैली में मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी का नाम लेकर शिवपाल को असहज कर दिया। शिवपाल ने भाई मुलायम को संभाला। उन्हें बताया कि यह सपा का मंच नहीं बल्कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का मंच है। बार-बार सपा का नाम लेने से कार्यकर्ता नाराज होने लगे और शोर मचाना शुरू कर दिया। यह देख मुलायम भी नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि, हम शिवपाल को जानते हैं और किसी को नहीं। मुलायम ने भाई शिवपाल को बधाई दी। कहा, शिवपाल के हाथों में सत्ता की बागडोर आने वाली है। कहा कि, आज फिर संप्रदायिक शक्तियां सिर उठा रही हैं। पड़ोसी देश हमारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। कहा कि कल दिल्ली में सभी दलों की बैठक है। इसलिए मेरा जाना अनिवार्य है।
नेताजी आजाद हैं, वह जो चाहें वह करें
शिवपाल सिंह यादव हमेशा यह कहते रहे हैं कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के आशीर्वाद से ही उन्होंने पार्टी बनाई है। लेकिन, राजधानी में लगी रैली की होर्डिंग्स से मुलायम सिंह यादव की तस्वीर गायब है। रैली में उनके शामिल होने के एक सवाल पर शिवपाल ने कहा कि नेताजी आजाद हैं। वह जो चाहें करें, मैं उनको समर्थन करता रहूंगा।
रैली के बाद राष्ट्रीय अधिवेशन लखनऊ
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव कहते हैं कि यह रैली केंद्र व यूपी की भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ है। महंगाई, बेरोजगारी तो कम नहीं हुई, उल्टे जीएसटी व नोटबंदी से जनता की मुसीबतें और बढ़ा दीं। छोटा मोटा कारोबार करने वालों को इससे भारी नुकसान हुआ। जनता में इन सबको लेकर आक्रोश है। उन्होंने बताया कि रैली के बाद पार्टी का लखनऊ में राष्ट्रीय अधिवेशन होगा। इसमें पुराने समाजवादियों को बुलाया जाएगा और विभिन्न मुद्दों पर विचार मंथन होगा।
मुलायम के लिए पीएसपी छोड़ेगी सीट
वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की रैली में मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि नेता जी का आना या ना आना अब कोई मुद्दा नहीं है। मुद्दा देश को बचाने का है। इसीलिए आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी यूपी में मुलायम सिंह यादव की सीट को छोड़ कर सभी 79 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।