एक साथ 24 घरों में गूंजे गायत्री मंत्र के स्वर,गायत्रीनगर पटरंगा मंडी में एक साथ 24 घरों में हुआ गायत्री यज्ञ।
प्रज्ञा पीठ की स्थापना दिवस के अवसर पर गायत्री नगर में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का हुआ समापन।
मवई(अयोध्या) ! पीले वस्त्र पहनकर गायत्री शक्तिपीठ के कार्यकर्ता वेद मंत्रों का वाचन कर रहे थे और जातक भी पीले वस्त्रों में आहुतियां डाल रहे थे। गायत्रीनगर पटरंगा के 24 घरों में एक साथ-एक समय पर यह आयोजन हो रहा था और लोग उत्साह से इसमें भागीदारी निभा रहे थे।
पर्यावरण संतुलन और राष्ट्रजागरण का संदेश देने के लिए गायत्री शक्तिपीठ द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत मंगलवार को मवई ब्लॉक क्षेत्र के गायत्रीनगर पटरंगा में गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया।इस दौरान कॉलोनी व मंडी के 24 घरों में गायत्री मंत्र गूंजे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ लोगों ने यज्ञ की आहुतियां डाली और राष्ट्र का कल्याण व पर्यावरण संतुलन बनाए रखने का संकल्प लिया।इसके पहले पीले वस्त्रों में गायत्री परिवार के कार्यकर्ता पर्यावरण संतुलन,राष्ट्रजागरण के स्लोगन लिखे बैनर लेकर एक भव्य शोभायात्रा निकाली।ये यात्रा गायत्री मंदिर से निकलकर नगर पटरंगा मंडी रेलवे कालोनी रानीबाजार होते हुए पुनः गायत्री मंदिर पर आकर समाप्त हुई।तत्पश्चात कॉलोनी में एक साथ एक ही समय पर गायत्री महायज्ञ की आहुतियां डाली गई।मिशन से जुड़े युगशिल्पी डा0 अरुण तिवारी ने बताया गायत्री प्रज्ञा पीठ के स्थापना दिवस के अवसर पर यहां तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमें प्रथम दिन 16 दिसम्बर को गायत्री मंत्र का जप प्रज्ञा पीठ पर स्थानीय परिजनों द्वारा किया गया।अगले दिन गायत्री मंत्र का जप और सायं कालीन भक्त दिव्या का आयोजन हुआ।जिसमें मिशन से जुड़े सभी क्षेत्रीय परिजन उपस्थित हुए।और मंगलवार की प्रातः गीत संगीत के साथ एक शोभायात्रा निकाली गई। तत्पश्चात 10:00 बजे से ग्रहण का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ जो 12:00 बजे तक चला।यज्ञ करा रहे आचार्य रामशंकर मिश्र ने बताया मनुष्य में देवत्व का उदय व धरती पर स्वर्ग अवतरण परिवारों में संस्कार और यज्ञ की परंपरा पुनर्जीवित करना है लोगों को साधना उपासना से जोड़ना ही गृह यज्ञ का मुख्य उद्देश्य रहा।कार्यक्रम को सम्पन्न करा रहे सभी आचार्यो को ब्लॉक प्रमुख राजीव तिवारी ने भोजन कराकर उन्हें विदा किया।इस कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में गायत्री मिशन से आनंद सिंह अजय तिवारी एडवोकेट राजेंद्र प्रसाद मिश्र जी जसवंत सिंह ठाकुर रामशंकर मिश्र वरिष्ठ परिजन शांतिकुंज हरिद्वार आदि आचार्य सामिल रहे।