कानपुर पुलिस ने धर दबोचे ‘स्पेशल-26’, माल बरामद; इस तरह फंसाते थे शिकार
फिल्म स्पेशल-26 की तर्ज पर ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश कानपुर पुलिस ने किया है। …
अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल-26 तो याद होगी, इसमें गिरोह द्वारा वारदात को अंजाम देने का तरीका भी याद होगा। ठीक इस फिल्म की कहानी की तरह शिकार फंसाकर वारदात करने वाले अंतरराज्यीय ईरानी गैंग का पर्दाफाश कानपुर पुलिस ने किया है। पुलिस ने शहर में हुई तीन वारदातों का खुलासा करते हुए गिरोह के चार शातिरों को गिरफ्तार करके लाखों का माल भी बरामद किया है। अब पुलिस गैंग के पांच सदस्यों की तलाश में आगरा और राजस्थान में दबिश दे रही है।
इस तरह देते थे घटना को अंजाम
फिल्म स्पेशल-26 में अभिनेता अपनी टीम बनाकर ज्वैलरी की दुकानों में सीबीआइ टीम होने का झांसा देकर ठगी करता था। इसी तरह ईरानी गैंग भी वारदातें कर रहा था। शहर में पिछले दिनों कलक्टरगंज में सर्राफ प्रमोद कुमार से बाइक सवार युवकों ने खुद को सीबीआई अफसर बताकर 260 ग्राम सोने के जेवर ठग लिए थे। इसी तरह गैंग के सदस्यों ने खुद को एसटीएफ कर्मी बताकर प्रापर्टी डीलर के पिता से सोने की चेन और आठ अंगूठियां ले ली थीं। पुलिस और सीबीआई की साख पर बट्टा लगा रहे इस गिरोह को पकड़ना चुनौती बन गया। शहर की पुलिस इस गैंग की तलाश में जुट गई थी।
इस तरह गिरोह तक पहुंची पुलिस
गिरोह का पता लगाने में जुटी पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। इसके बाद सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस फर्रुखाबाद के गिरोह तक पहुंची। पूछताछ में राजस्थान और मध्यप्रदेश के ईरानी गैंग के शातिरों द्वारा वारदातों को अंजाम दिए जाने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने आगरा में दबिश देकर गैंग में शामिल अनवर मिर्जा विवासी बारा राजस्थान, रियासत खान निवासी बारा, पिल्लौर हुसैन निवासी बारा, मोहम्मद अली निवासी जलगांव महाराष्ट्र को गिरफ्तार कर लिया।
ईरान के थे पूर्वज तो उनपर रखा गैंग का नाम
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि आरोपित इनोवा और बाइकों से वारदात करते हैं और आसपास के जिलों में फरार हो जाते हैं। शहर में हुईं दोनों घटनाओं से पहले गैंग के सदस्य आगरा में रुके और फिर वारदात करके निकल गए। गिरोह में शामिल सरगना अब्बास निवासी भोपाल, रशीद, पठान, हैदर और शाबिर की तलाश की जा रही हैं। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर पुरानी तीन घटनाओं का माल बरामद किया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि पूर्वज ईरान के थे, इसीलिए गैंग का नाम ईरानी गैंग रख लिया। अब तक यह गैंग महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के कई जिलों में वारदात कर चुका है।