भगवान हनुमान ‘ब्राह्मण’ थे,सुग्रीव कुर्मी, बाली यादव, विश्वकर्मा समुदाय से थे नल-नील’: भाजपा सांसद हरिओम पांडे
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से भाजपा सांसद हरिओम पांडे ने दावा किया कि भगवान हनुमान ‘ब्राह्मण’ थे, वहीं वानर साम्राज्य के राजा सुग्रीव ‘कुर्मी’ जाति से थे। यह उनकी खुद की रिसर्च है और वह अपनी बात सिद्ध भी कर सकते हैं।
हरिओम पांडे से पहले उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने भगवान हनुमान को जाट बताया था। लक्ष्मी नारायण चौधरी ने अपनी बात के पक्ष में जो तर्क दिया वह भी कम चौंकाने वाला नहीं है। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने गुरुवार को विधान परिषद में प्रश्नकाल कहा कि
‘दूसरों के फटे में जो टांग अड़ाता है, वही जाट हो सकता है। हनुमान मेरी जाति के थे।’ बता दें कि लक्ष्मी नारायण चौधरी जाट हैं। लक्ष्मी नारायण चौधरी के इस बयान पर कुछ लोग हंसे तो वहीं विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर सदन में हंगामा कर दिया था।
भगवान हनुमान की जाति और धर्म को लेकर शुरु हुई बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि अब भगवान हनुमान के साथ ही रामायण के अन्य पात्रों की जाति भी बतायी जाने लगी है।
दरअसल भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से सांसद हरिओम पांडे ने दावा किया है कि भगवान हनुमान ‘ब्राह्मण’ थे, वहीं वानर साम्राज्य के राजा सुग्रीव ‘कुर्मी’ जाति से थे। सुग्रीव के भाई बाली को भाजपा नेता ने ‘यादव’ बताया।
भाजपा नेता ने ये भी दावा किया कि सीता को रावण से बचाने की कोशिश करने वाला पक्षी जटायु एक ‘मुस्लिम’ था। साथ ही भगवान राम को समुद्र में राम सेतु बनाने में मदद करने वाले नल और नील ‘विश्वकर्मा’ समुदाय के थे।
उल्लेखनीय है कि भगवान हनुमान की जाति को लेकर बयानबाजी की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही की थी। उन्होंने राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के करते हुए अलवर की एक रैली में हनुमान जी को दलित बताया था।
सीएम योगी के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था। विवाद के बावजूद भाजपा नेता इस मुद्दे पर बयानबाजी करने से बाज नहीं आए और भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री सत्यपाल चौधरी ने हनुमान को आर्य बताया था।
गुरुवार को ही भाजपा नेता बुक्कल नवाब ने भगवान हनुमान को मुस्लिम बताकर इस जातीय बहस को धार्मिक बना दिया था। बुक्कल नवाब ने एएनआई से बातचीत में कहा था कि “हमारा मानना है कि हनुमान जी मुसलमान थे…इसलिए मुसलमानों के अंदर जो नाम रखा जाता है रहमान,
रमजान, फरमान, जीशान, कुर्बान…..जितने भी नाम रखे जाते हैं, वो करीब करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं।” विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर धार्मिक ध्रुवीकरण करने का आरोप लगा रही हैं।
वहीं भाजपा सांसद साक्षी महाराज का भगवान हनुमान की जाति और धर्म को लेकर चल रही बहस पर कहना है कि ‘भगवान किसी एक जाति के नहीं हैं, वो सभी के हैं और यही भगवान की महानता है।’