कानपुर: डायल 100 की गाड़ी में धक्का लगती प्रदेश की खाखी,कैसे पहुँचेगी पुलिस
उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ ही धक्कामार डायल 100 की गाड़ियों का भी हाल उनके जैसा ही है। जिसके चलते अपराधी गैरकानूनी वारदातों को अंजाम देकर आराम से फरार हो जाते हैं और पुलिस अपनी धक्कामार गाड़ी के साथ घटना के घटित होने के घंटों बाद स्थल पर पहुँच जाती है खानापूर्ति करने के लिए।
कानपुर में डायल 100 की गाड़ी हुई बीमार:
पुलिस की लेट लतीफी की कहावतें तो बहुत सुनी होंगी लेकिन आज इसके पीछे का एक कारण भी देखने को मिला, जिसके बाद समझ में आ गया कि पुलिस अपराध होने के बाद तक कहाँ गायब रहती है।
बिना धक्का लगाये नहीं होती स्टार्ट:
ये नजारा देखने को मिला कानपुर देहात के बरौर थाना क्षेत्र में, जहाँ एक डायल 100 की गाड़ी को पुलिस कर्मी किसी तरह स्टार्ट करने में लगे हुए थे, लेकिन गाड़ी थी कि चलने का नाम नहीं ले रही थी। आलम ये हुआ कि पुलिस कर्मी और संग में कुछ स्थानीय लोग मिल कर डायल 100 की गाड़ी को धक्का मार कर स्टार्ट करने लगे।
ऐसे में कैसे पकड़े अपराधी को पुलिस:
जानकारी के मुताबिक बरौर में डायल 100 की गाड़ी बगैर धक्का लगाये स्टार्ट होती ही नहीं है। कई बार गाड़ी के इस तरह से जवाब दे जाने के चलते पुलिस मौके पर देर से पहुँचती है और अपराधी घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।
सवाल ये उठता है कि पुलिस की गाड़ी ही अगर इस तरह आये दिन बीमार रहने लगी तो जनता की सुरक्षा कैसे और कौन करेंगा। डायल 100 की गाड़ी का ये हाल देख कर जिले के एसपी राधे श्याम के अपराधियों को पकड़ने के दावे की सच्चाई भी दिख जाती है।