मासूम बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने वाला गिरफ्तार,पटरंगा थाना क्षेत्र में एक सिरफिरे किशोर ने दिया था घटना को अंजाम
तीन दिन पूर्व बकरी चराने गई मासूम को गन्ने में खींच गांव के ही एक किशोर ने की थी छेड़छाड़।
पीड़ित परिजन की तहरीर मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
पटरंगा(अयोध्या) ! पटरंगा थाना अंतर्गत एबीपुर मजरे सरैठा गांव में तीन दिन पूर्व एक मासूम के साथ हुए छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।प्रभारी निरीक्षक बृजेश सिंह ने बताया कि छेड़छाड़ व पास्को एक्ट की धारा में आरोपित किशोर को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया।जहां से उसे राजकीय संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया।
बता दे कि पटरंगा थाना क्षेत्र के हाइवे पुलिस चौकी अंतर्गत एबीपुर मजरे सरैठा में एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची बकरी चराने गई थी।तभी गांव का रहने वाला अमरजीत उर्फ पक्कन पुत्र मतऊ लोधी उम्र 14 वर्ष वहां आ धमका।और मासूम बच्ची को बहला फुसलाकर गन्ने के खेत मे ले गया।और उसके साथ जबरन छेडछाड करने लगा।मासूम बच्ची की चीख पुकार सुन पास के खेत मे काम कर रही गांव की ही एक महिला ने गन्ने के खेत समीप पहुचीं।तो किशोर की करतूत देख वो दंग रह गई।वो डांटते हुए जब तक मौके पर पहुंचती उससे पहले अपचारी किशोर पक्कन बच्ची को छोड़ मौके से फरार हो गया।महिला ने रोती हुई मासूम बच्ची को शांत कराकर उसके घर ले गई और मासूम की माँ को घटना की जानकारी दी।मासूम पीड़िता की मां ने अपने बेटी के साथ हुई अनहोनी घटना की जानकारी पति को दी।जानकारी मिलते ही पीड़िता के पिता व माता आरोपी किशोर के घर शिकायत करने गए तो उनके परिजनों ने किशोर को डांटने के बजाय उल्टे पीड़ितों को ही मारने लगे।जिसके बाद पीड़ित परिजनों ने घटना की जानकारी यूपी 100 के अलावा इलाकाई पुलिस को दी।सूचना पर पहुची पीआरबी 929 व चौकी प्रभारी भीमसेन यादव मौके पर पहुँच कर जांच पड़ताल की।और पीड़ित परिजनों की तहरीर पर आरोपी किशोर के विरुद्ध छेड़छाड़ व पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।साथ ही मारपीट के अन्य आरोपियों के विरुद्ध 323 504 का एनसीआर दर्ज कर आरोपी युवक की तलाश में जुट गए।हाइवे चौकी प्रभारी भीमसे यादव ने बताया कि मुखविर की सूचना पर वे हमराही हरिलाल सरोज के साथ छेड़छाड़ के आरोपी किशोर के घर मंगलवार की अपराह्न दविश दी।और उसे गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया।जहां से उसे राजकीय संप्रेक्षण गृह(किशोर)भेज दिया गया।