सपा-बसपा गठबंधन नहीं ठगबंधन है, चुनाव बाद वोट बेंच करेंगे धन उगाही
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती का गठबंधन महज एक ठगबंधन है। दोनों ने ही अपनों को ठगा है। आने वाले चुनाव में सपा-बसपा को जनता जरूर सबक सिखाएगी। उन्होंने कांग्रेस को सेक्युलर पार्टी बताते हुए कहा कि उससे लोकसभा चुनाव में समझौते की बातचीत की जाएगी। शिवपाल ने यूपी में प्रसपा की मुख्य लड़ाई भाजपा के साथ बताई।
यह पूछे जाने पर कि मायावती ने कहा है कि भाजपा जो धन शिवपाल को खड़ा करने में खर्च कर रही है, वो किसी काम का साबित नहीं होगा, शिवपाल ने कहा कि धोखा देना मायावती की आदत में शामिल रहा है। गुजरात जाकर उन्होंने नरेंद्र मोदी को राखी बांधी और यूपी में लालजी टंडन को भी इसी तरह से राखी बांधी। लेकिन, मायावती ने भाजपा के इन दोनों नेताओं के साथ कैसा व्यवहार किया, सभी जानते हैं।
शिवपाल ने कहा कि मायावती की तरह ही अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा (खुद शिवपाल) को धोखा दिया। इसलिए मायावती और अखिलेश का गठजोड़ ठगबंधन से ज्यादा कुछ नहीं है। चुनाव बाद ये दोनों पार्टिया अपने सांसदों का वोट बेचकर धन उगाही करेंगी।
प्रसपा संयोजक ने कहा कि उन्होंने पूर्व सांसद मो. अदीब को कांग्रेस से चुनावी समझौते के लिए बातचीत करने की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने बैलट पेपर से चुनाव कराने की अपनी पार्टी की मांग भी दोहराई। एक सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वर्ष 2014 के चुनाव में सपा के किसी नेता ने ईवीएम हैकर्स से कोई बात की थी।