आजादी का 73वां साल, आज भी ये गांव बिजली को तरस रहा
कानपुर देहात के तहसील डेरापुर के ग्राम कमालपुर मजरा नारायणपुर आजादी के 70 सालों बाद भी बिजली की सुविधा से महरूम हैं। इन गांवों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है। लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं। ऐसा ही एक गांव है ‘नारायणपुर का है 2 साल पहले इस गांव में बिजली के खंभे तो आ गए थे, लेकिन खम्बे आज भी वंही के वंही पड़े है। पिछले 2 सालों से इस गांव के लोग बिजली के खंभे लगने का इंतजार कर रहे हैं।
आपको बता दें कि यह गांव जिला मुख्यालय से महज15 किलोमीटर की दूरी पर है, इसके बावजूद गांव में बिजली की सुविधा का ना होना केंद्र और राज्य सरकार के खोखले दावों की पोल खोल रही है। शाम होते ही इस गांव के लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं। पूरे गांव में सन्नाटा पसर जाता है। दिन ढलते ही गांव की महिलाएं और लड़कियां डर के मारे घर में रहने को मजबूर हो जाती है। बच्चे आज भी लालटेन की रोशनी में पढ़ने को मजबूर हैं। आसपास के गांवों में बिजली की सुविधा देखकर ये लोग खुद को श्रापित मानने लगे हैं।
राष्ट्रपति की जन्मभूमि गांव से महज पांच किलोमीटर दूर… गांव के लोगों का कहना है कि यंहा राजनीतिक वजहों से अब तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। इस गांव में गरीबों की सबसे ज्यादा संख्या है। इस गांव के गरीब बसपा के वोट बैंक माने जाते हैं। वर्तमान में बीजेपी की अजीत पाल यहां के विधायक हैं उनका घर इस गांव से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन आज तक उन्होंने इस गांव का दौरा नहीं किया है।
ग्राम प्रधान की बड़ी मेनहत से खम्बे तो आ गये… 2 साल पहले ग्राम प्रधान का चुनाव हुआ था। चुनाव के दौरान कई नेतों ने लोगों को भरोसा दिलाया था कि अगर वे उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुनते हैं तो वे गांव तक बिजली लेकर आएंगे। गांव के लोगों ने उनका समर्थन किया। रमा अवस्थी ग्राम प्रधान बनी जिन्होंने कड़ी मसक्कत के बाद गांव में बिजली लाने की प्रक्रिया शुरू करायी लेकिन गांव में बिजली के खं भेतो आ गए, लेकिन अभी तक खम्बे नहीं लग पाए है। दूसरी तरफ योगी सरकार हर गरीब को मुफ्त में बिजली देने का वादा कर रही है।
अंधेरे में मनाते हैं दिवाली… 2017 में योगी सरकार ने बिजली से महरूम गांवों में बिजलीकरण कर दिवाली मनाने के निर्देष दिए थे। सरकार के उस आदेश के बाद लोगों में एकबार फिर से उम्मीदें जगी थी, लेकिन सरकार के आदेश को बिजली विभाग ने गंभीरता से नहीं लिया और अब तक इस गांव में बिजली नहीं पहुंच पाई है। हमेशा की तरह आखिरी दिवाली भी इस गांव के लोगों ने अंधेरे में मनाई.नारायणपुर इकलौता गांव नहीं है, जहां बिजली की सुविधा नहीं है। डेरापुर तहसील में दर्जनों ऐसे गांव हैं जहां दिन ढलते ही सन्नाटा पसर जाता है।