मायके से लौटने में 10 मिनट लेट हुई पत्नी को पति ने फोन पर बोला तलाक़, तलाक़, तलाक़!
यूपी के एटा में जबरन तलाक़ देने का मामला सामने आया है. यहां पति ने पत्नी को 10 मिनट मायके से देरी होने पर जबरन तीन तलाक़ दे दिया है. हमने खबर में पति पत्नी का नाम बदल कर पूरी घटना आपको बता रहे हैं. एटा के अलीपुर गांव में नईम और सादिया रहते हैं. दोनों पति-पत्नी हैं. सादिया अपनी दादी से मिलने मायके गई थी. उनकी दादी बीमार थी. उनका घर भी यानि मायका भी उसी गांव में है. इसलिए सादिया ने घर जाने के लिए अपने पति से 30 मिनट का समय मांगा. मायके में उसे समय लग गया.
30 मिनट की जगह उसे 40 मिनट हो गए. 40 मिनट बाद सादिया के छोटे भाई के फोन पर उसके पति नईम का फोन आया. जैसे ही सादिया ने फोन लिया, उसके पति ने बस तीन शब्द कहे. तलाक़. तलाक़. तलाक़. सादिया सन्न रह गई. फोन साइड में रख, वो वहीं बैठ गई. तलाक़ की वजह? सादिया 10 मिनट लेट हो गई थी. जब सादिया ने ये बात अपने घरवालों को बताई तो वो भी सकते में आ गए. अगले दिन जब सादिया अपनी सुसराल पहुंची तो उसके घरवालों ने उसे घर में घुसने नहीं दिया. उससे मारपीट की. फिर उसे घर से निकाल दिया. सादिया ने अपने सुसरालवालों पर और भी आरोप लगाए. सादिया ने अगर न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या की धमकी दी है.
सादिया ने कहा है कि- मेरे ससुराल वाले दहेज की मांग करते रहते हैं. मेरे मायके वाले बेहद गरीब होने के कारण उन्हें कुछ नहीं दे पा रहे हैं. दहेज ना देने पाने के कारण पहले भी मुझे कई बार घर से मारपीट कर भगाया गया है. इन सब लोगों की मारपीट से कुछ दिन पहले मेरे पेट में पल रहे 6 महीने के बच्चे की भी इलाज के दौरान मौत हो चुकी है. मैं भी बाल बाल बच चुकी हूं. आखिर मुझे 10 मिनट लेट होने की सजा तलाक के रूप में मिली. अब मेरी सरकार से यही गुहार है कि मुझे न्याय मिलना चाहिए, नहीं तो आत्महत्या कर अपनी जान दे दूंगी.
सादिया और उसके घरवालों ने पुलिस में शिकायत लिखवाई है. पुलिस ने कहा है कि मामले की करवाई होगी. अजीब बात ये है कि ट्रिपल तलाक़ जैसी प्रथा को सरकार और सुप्रीम कोर्ट दोनों ही गैर कानूनी बता चुकी हैं. ‘द मुस्लिम वीमेन बिल’ लोक सभा में 27 दिसंबर 2018 को पास हुआ था. बिल अभी राज्य सभा के पास पेंडिंग है. बिल के मुताबिक अगर कोई अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक़ देता है तो उसे तीन साल की जेल और जुर्माना देना होगा. पर इस सब के बावजूद ट्रिपल तलाक़ के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे.