खुलासा: सपा के एमएलसी ने हमीरपुर में हुए अवैध खनन घोटाले की कमाई फिल्मों में लगाई, जांच ने उड़ाए सीबीआई के होश
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में हुए अवैध खनन घोटाले की जांच में हुए खुलासे सीबीआई के होश उड़ा दिए हैं। मामले की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि समाजवादी पार्टी के एमएलसी रमेश मिश्रा और उनके भाई दिनेश मिश्रा ने अरबों रुपयों की अवैध कमाई की है। दोनों भाइयों ने इस कमाई को फिल्म फाइनेंस, पॉपर्टी, सोना और स्टोन क्रसर में लगाया दिया है।
जांच के दौरान सीबीआई के हाथ लगे थे सबूत
सूत्रों का कहना है कि दोनों भाइयों का अंदेशा था कि कभी भी जांच एजेंसियां खनन मामले में जांच कर सकती है, इसलिए अधिकांश धंधे दूसरों के नाम पर कर रहे थे। इसके कुछ सबूत भी सीबीआई के हाथ लगे हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, हाथ लगे सबूतों के आधार पर सोमवार को एमएलसी को पूछताछ के लिए लखनऊ बुलाया गया था, लेकिन वे प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए।
जानकारी के मुताबिक, एमएलसी रमेश मिश्रा और उनके भाई दिनेश किदवई नगर में रहते हैं। इन दोनों भाइयों का नाम हमीरपुर में मौरंग के अवैध खनन घोटाले में सामने आया था। बता दें कि पिछले दिनों सीबीआई ने दोनों भाइयों के घरों को खंगाला था। टीम ने दोनों के घरों और एमएलसी के हमीरपुर स्थित दफ्तर व घर की भी छानबीन की थी।
गायत्री प्रजापति के करीबी थे एमएलसी रमेश मिश्रा
सीबीआई ने हमीरपुर की तत्कालीन डीएम बी चंद्रकला, एमएलसी और उनके भाई समेत कई लोगों के खिलाफ वहां रिपोर्ट कराई थी। सीबीआई अफसरों ने सभी आरोपियों और उनके परिजनों को पूछताछ के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय, लखनऊ में तलब किया था। उनके वकील ने अफसरों को बताया था कि रमेश मिश्रा विधान पषिद की बैठक में गए हैं। इसलिए निदेशालय नहीं पहुंच सके हैं।
हालांकि रमेश मिश्रा के मुनीम समेत कई लोग लखनऊ पहुंचे थे। जिनसे सीबीआई ने पूछताछ भी की। बताया जा रहा है कि रमेश मिश्रा और उनसे जुड़े काकादेव इलाके में रहने वाले एक परिवार ने शहर के दक्षिणी इलाके में करोड़ों की जमीन खरीद रखी है। एमएलसी रमेश मिश्रा सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति का करीबी था। इसी के चलते अवैध खनन के सिंडिकेट में शामिल हो गया था। मामला तत्कालीन सपा सरकार में भी उछला था, लेकिन सत्ता के दबाव में दब गया था। भाजपा सरकार के आने के बाद सीबीआई सक्रिय हुई और पूरा मामला खुल गया।