साइबर हैकर की नजर आपके फेसबुक पर, मैसेंजर को बना रहे है निशाना, हो जाये सतर्क
आज के दौर में ज्यादातर लोग सोशल मीडिया से जुड़े हुए है। अब हम आपको बताते है सोशल मीडिया के सबसे फेमस फेसबुक जिसे आज भी लोग यूज़ करते हैं। दुनिया के हर कोने में फैलै फेसबुक पर यूजर्स की संख्या अरबों में है।
लेकिन आपको बता दें कि साइबर हैकर की नजर आपकी फेसबुक आईडी पर भी है। ये फर्जी फेसबुक आईडी से मैसेंजर को निशाना बना रहे हैं। साइबर ठग इसी के जरिए फेसबुक मैसेंजर पर रुपए की डिमांड करेंगे। अगर आपने भरोसा कर रुपए भेज दिए तो ठगी का शिकार हो सकते हैं। पुलिस की साइबर सेल में ठगी के प्रयास के ऐसे दो मामले पहुंचे तो जांच पड़ताल शुरू हुई।
पहला मामला श्याम नगर निवासी मार्बल कारोबारी देवेश हेमरजानी के दोस्त विशाल अरोड़ा दिल्ली में रहते हैं। साइबर ठगों ने विशाल अरोड़ा का फोटो लगाकर फेसबुक प्रोफाइल तैयार किया। इसके बाद देवेश को मैसेंजर पर मैसेज भेजकर हालचाल पूछा। फिर भरोसे में लेने के लिए घर-परिवार का फेसबुक पर हालचाल लिया। तीन मिनट की चैटिंग के दौरान 75 हजार रुपए की मांग भी कर दी। झांसा दिया कि ज्वैलरी शॉपिंग के दौरान 85 हजार रुपए कम पड़ रहे हैं। हो सके तो दिए गए अकाउंट नंबर पर रुपए जल्दी भेज दें।
आपको बता दें कि इसके बाद फर्जी विशाल अचानक ऑफलाइन हो गया। संदेह होने पर विशाल ने देवेश को फोन किया तो दंग रह गए। देवेश ने मैसेंजर पर किसी भी तरह की चैटिंग नहीं करने की बात कही। तब पता चला कि साइबर ठगों ने झांसे में लेकर ठगी का प्रयास किया था।
इसी तरह बर्रा निवासी बैंक कर्मी अजीत सिंह से भी ठगी का प्रयास किया गया। जब अजीत ने अपने दोस्त को फोन करके कितनी देर में रुपए भेजने की बात पूछी तो मामला खुल गया। दोनों ने पुलिस और साइबर सेल में शिकायत की। इसके बाद क्राइम ब्रांच की साइबर सेल के अधिकारी सक्रिय हो गए।
कुछ इस तरह हुई बातचीत
हैकर- हेलो देवेश
देवेश- हां यार क्या हाल हैं
हैकर – परिवार में सब कैसा चल रहा है..?
देवेश- सब अच्छा है, तू बता आजकल कहां बिजी है।
हैकर – कुछ पैसों की जरूरत है मिल जाएंगे क्या…?
देवेश- क्यूं नहीं, अचानक से ऐसा क्या हो गया।
हैकर- कुछ नहीं यार तेरी भाभी के साथ ज्वैलरी शॉपिंग करने आया था, कुछ रुपए कम पड़ रहे हैं। मेरे अकाउंट नंबर पर भेज दो।
इस मामले में सीओ क्राइम अविनाश पांडेय ने बताया कि इस तरह के मामलों में लोगों को खुद जागरूक होना पड़ेगा। अगर आपके पास भी इस तरह का मैसेज आता है तो संबंधित व्यक्ति से पुष्टि करने के बाद ही खाते में रुपए ट्रांसफर करें। अगर आपको कोई इनामी योजना का झांसा दे तो फौरन समझ जाएं कि साजिश है। इसके साथ ही बैंक अफसर बनकर फोन पर कोई जानकारी मांगे तो न दें।