के•एम•शुगर चीनी मिल मोतीनगर मसौधा क्षेत्र के गन्ना किसान पर्ची के लिए हो रहे है परेशान
हफ्ते से पर्ची न निकलने से किसान हुए मायूस
चीनी मिल द्वारा मसौधा समिति सचिव की मिलीभगत से क्षेत्र के बाहरी गन्ने का खरीद फरोख्त का लगाया आरोप
_मसौधा_अयोध्या
के•एम•शुगर मिल मोतीनगर मसौधा क्षेत्र के गन्ना किसान पर्ची के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे हैं और गन्ना खेतों में खड़ा है।
? किसानों के सामने मिल, गन्ना परिषद, गन्ना समिति सभी ने हाथ खड़े कर दिए हैं। कोई समस्या समाधान करने को तैयार नहीं है। गन्ना पर्ची की भारी किल्लत है।
किसानों को पर्चियां नहीं मिल रही हैं। जिन किसानों को गन्ना काटकर गेहूं बोना था। उनकी बोवाई पिछड़ गयी है। जिनको गन्ना बेचकर उसके मूल्य से घर में कोई कार्य प्रयोजन करना था वह भी मंशा अधूरी है।
इस बार लखनऊ से पर्ची जारी होने पर बहुत बड़ी परेशानी हो रही है क्योंकि किसान वहां पहुंच नहीं सकता है और यहां कोई भी अधिकारी-कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं है।
#_ग्रामीणों_के_बोल
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– मंसाराम चौरसिया का कहना है कि पर्ची के लिए लोग गन्ना समिति व मिल का रोज चक्कर लगाते हैं लेकिन,पर्ची नहीं मिल रही है।
– बृजेश जायसवाल ने बताया कि रिजेक्ट और सामान्य प्रजाति की पर्ची बिल्कुल नहीं आ रही है।
– राजेश यादव का कहना है कि गन्ना विकास परिषद व गन्ना समिति के लोग किसी की समस्या सुनने को तैयार नहीं हैं।
– हरीशचंद्र पाल ने कहा कि समिति व परिषद के लोग समस्या सुनते ही हाथ खड़ा कर देते हैं। वहां से कोई निदान नहीं हो पा रहा है।