BJP विधायक ने तमंचे के बट से कार्यकर्ता को मारा, मामला दर्ज
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में भाजपा विधायक और उनके गनर ने पार्टी के एक कार्यकर्त्ता के साथ जमकर मारपीट की, वहीं कार्यकर्ता ने मामले की शिकायत पुलिस में की लेकिन अब तक विधायक के खिलाफ कि कार्रवाई न होने से नाराज कार्यकर्ताओं ने थाने में जमकर नारेबाजी की।
भाजपा विधायक अशोक राणा की गुंडई का मामला:
बिजनौर के धामपुर से बीजेपी विधायक अशोक राणा की गुंडई का मामला सामने आया है. जिसमें उन्होंने अपने गनर के साथ मिल कर एक कार्यकर्ता को मारा और उसके साथ बदसलूकी की है। मामले में पीड़ित कार्यकर्ता दुष्यंत चौहान ने विधायक और गनर के खिलाफ तहरीर दी है। दुष्यंत ने विधायक पर तमंचे की बट मारने का गम्भीर आरोप लगाया है। वहीं नाराज पीड़ित भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने में विधायक अशोक राणा के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
तमंचे के बट से कार्यकर्ता को मारा:
दरअसल धामपुर के PWD के डाकबंगले में धामपुर विधानसभा के बीजेपी के कार्यकर्ताओं की मीटिंग ली जा रही थी। मीटिंग को बिजनोर के प्रभारी आशु वर्मा ले रहे थे। ये मीटिंग अमित शाह के गजरौला दौरे को लेकर ली जा रही थी। जब मीटिंग में परिचय शुरू हुआ तो पीड़ित दुष्यंत चौहान ने बताया कि जब मैंने अपना परिचय दिया तो मीटिंग में मौजूद बीजेपी विधायक अशोक राणा ने दुष्यंत चौहान से कहा कि तूने साल 2017 में बीजेपी से टिकट क्यो मांगा था इसी बात से नाराज विधायक अशोक राणा और उनके गनर पुनीत त्यागी ने भरी मीटिंग में बीजेपी कार्यकर्ता दुष्यंत चौहान के साथ जमकर मारपीट शुरू कर दी।
कार्यकर्ता ने करवाया विधायक के खिलाफ मामला दर्ज:
इतना ही नही विधायक ने अपने रिवाल्वर की बट से भी हमला किया है। जिसके बाद पीड़ित कार्यकर्ता ने विधायक के खिलाफ बिजनोर एसपी संजीव त्यागी को तहरीर सौप दी है। जिसके बाद विधायक ने अपने गनर पुनीत त्यागी की ओर से पीड़ित के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न होने पर कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन:
मामला सत्ताधारी विधायक का है, जिसके चलते पुलिस अब तक आरोपी विधायक और उनके गनर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। विधायक की गुंडागर्दी और पुलिस के अब तक कोई कार्रवाई न करने से नाराज कार्यकर्ताओं ने कोतवाली के बाहर जमकार नारेबाजी की।
इससे पहले भी विधायक की गुंडई और अपराध के मामले आये सामने:
बता दें कि बीजेपी के दबंग विधायक अशोक राणा की गुंडागर्दी का ये कोई पहला मामला नही है बल्कि अशोक राणा के कारनामो की लम्बी चौड़ी फेहरिस्त है। मायावती सरकार में बसपा से विधायक रहते हुए साल 2012 में अशोक राणा पर एक गैस एजेंसी संचालक के अपहरण करने और उसको मारने पीटने के भी आरोप लग चुके हैं, वहीं वे जेल की हवा भी खा चुके है।
इतना ही नहीं अभी हाल ही में जिले में जमीन कब्जाने के मामले में भी उनका नाम खूब चर्चा में रहा, वहीं अब खुद की पार्टी के कार्यकर्ताओं से बदसलूकी का भी आरोप लगा है।