उत्तर प्रदेश : मादक पदार्थों की तस्करी में 3 इंजीनियरिंग छात्र सहित 9 लोग गिरफ्तार
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करों के विरुद्ध सख्त अभियान चलाया हुआ है. जिसमे पुलिस को काफी सफलता भी हासिल हुई है. एसपी अजय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने गांव भूरा के जंगलो में स्थित एक ट्यूबवेल पर छापा मारी करते हुए मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले 9 तस्करो को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए तस्करो में से तीन तस्कर इंजीनियरिंग के छात्र है. यह पूरा गैंग हरियाणा और यूपी में नशे की तस्करी करता था जिसको पुलिस ने धर दबोचा है. वहीं पकड़े गए सभी तस्करो को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
मामला करण कोतवाली क्षेत्र के गांव भूरा का है जहां पर कैराना कोतवाली पुलिस ने गांव भूरा के जंगलों में तस्करों की सूचना होने पर छापेमारी की थी. वहीं पुलिस ने जंगलों में ट्यूबवेल पर छापामारी के दौरान नशे के पदार्थों का कारोबार करने वाले 9 तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार यह तस्कर यूपी और हरियाणा में नशे को कारोबार को बढ़ावा देने वाले तस्कर हैं. वहीं 9 तस्करों में से तीन तस्कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र हैं. कैराना कोतवाली क्षेत्र का गांव भूरा नशे के व्यापार से जाना जाता है जहां पर एसपी अजय कुमार पाण्डेय ने क्षेत्र के गांव भूरा में आयोजित नशा विरोधी कार्यक्रम में ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया था. वहीं कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीणों द्वारा एसपी के समक्ष गांव में बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों की बिक्री होने की शिकायत भी की गई थी.
एसपी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस की एक टीम गठित की थी. देर रात्रि पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर गांव भूरा के जंगल में स्थित एक ट्यूबवेल पर छापामारी करते हुए बड़ी क़ामयाबी हासिल की है. छापा मारी के दौरान मौके से भागने की कोशिश कर रहे 9 तस्करो को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया है. वहीं तशकरो के कब्जे से 6 किलो डोडा-पोस्त और 35 ग्राम स्मैक बरामद की है. पकड़े गए तस्कर हरियाणा के जनपद करनाल, यूपी के बागपत व शामली के रहने वाले बताए जा रहे हैं. वही पुलिस ने पकड़े गए सभी आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा
एनडीपीएस एक्ट 18/20 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत करते हुए सभी को जेल भेज दिया है.