यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर सीएम योगी हुए सख्त,बोले नकल हुई तो डीएम और डीआईओएस जाएंगे जेल
लखनऊ ! आगरा की रिपोर्ट दिखाओ.. बलिया में जो गिरफ्तार हुए थे वो जमानत पर घूम रहे हैं…चंदौली के डीएम और डीआईओएस कहां हैं? मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ ने इन्हीं सख्त तेवरों के साथ यूपी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने साफ किया कि परीक्षा में नकल हुई तो डीएम, डीआईओएस और केंद्र व्यवस्थापक को जेल भेजा जाएगा। आगरा के डीआईओएस को उन्होंने कार्यशैली सुधारने की चेतावनी भी दी। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 7 फरवरी से शुरू हो रही हैं।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक करते हुए सीएम ने संवेदनशील ज़िलों की रिपोर्ट एक-एक कर देखी। बगल में बैठे डीजीपी से उन जिलों की रिपोर्ट पूछते, पिछली बोर्ड परीक्षाओं के दौरान हुए मुकदमों का ब्योरा लेते और फिर डीएम और डीआईओएस से बात करते। आगरा के डीआईओएस को कम परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने पर चेताया और कहा कि परीक्षा के दौरान कोई गड़बड़ी हुई तो अफसर बख्शे नही जाएंगे।उन्होंने चंदौली, हरदोई, प्रयागराज समेत लगभग दो दर्जन संवेदनशील जिलों के डीएम और डीआईओएस को स्पष्ट किया कि नकल किसी भी हाल में क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने अफसरों को परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण अगले 3 दिनों में पूरा करने के नर्दिेश देते हुए कहा कि सीसीटीवी व उनके वॉइस रिकॉर्डर चेक कर लिए जाएं।
मेरे पास सबकी रिपोर्ट अफसर सुधर जाएं
यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की शनिवार को समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि किसी भी परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी न्क्रिरिय नहीं होने चाहिए। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस समीक्षा बैठक में डीजीपी समेत कई विभागीय अफसर मौजूद रहे।मुख्यमंत्री ने उन डीआइओएस को चेतावनी दी जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं। उन्होंने कहा कि नियुक्तियां कर पैसा कमा रहे हो, मेरे पास सबकी रिपोर्ट है। बहुत शिकायतें हैं। इसलिए सुधर जाएं और सरकार की मंशा के अनुरूप नकलविहीन परीक्षा कराएं।मुख्यमंत्री ने उच्च शक्षिा की समीक्षा करते हुए कहा कि पिछली बार एसटीएफ ने प्रयागराज में जो गैंग का खुलासा किया था उसमें सामने आया कि सचल दस्ते ही ठेके पर बने थे।उन्होंने लखनऊ विवि, राम मनोहर लोहिया विधि विवि और ख्वाजा मोइनुद्दीन चश्तिी विवि की परीक्षाएं अप्रैल में शुरू करने पर ऐतराज जताते हुए कहा कि परीक्षाएं मई तक जाएंगी। ये नहीं सोचा कि मई में चुनाव होंगे।