पाक के नापाक सरजमीं पर स्थित आतंकी ठिकानों पर कहर बनकर बरसा लड़ाकू विमान मिराज-2000 जाने कुछ खास बात
नई दिल्ली ! पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने सीमा पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकवादी ढांचों पर मंगलवार तड़के भारी बमबारी की जिसमें कई आतंकवादी कैंप पूरी तरह नेस्तनाबूद हो गये। सूत्रों के अनुसार वायुसेना के 10 से 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने तड़के साढ़े तीन बजे मुजफ्फराबाद, बालाकोट और चकोटी जैसे क्षेत्रों में भारी बमबारी की जिसमें पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई कैंप पूरी तरह जमींदोज हो गये। इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में भारी संख्या में आतंकवादियों के मारे जाने की भी बात कही जा रही है।
जानें लड़ाकू विमान मिराज 2000 के बारे में
1- फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट एविएशन ने मिराज 2000 लड़ाकू विमान बनाया है। यह वही कंपनी है जिसने राफेल को बनाया है।
2-मिराज-2000 विमान की लंबाई 47 फीट और इस खाली विमान का वजन 7500 किलो है।
3- मिराज-2000 13800 किलो गोला बारूद के साथ भी 2336 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से उड़ सकता है।
4-मिराज-2000 125 राउंड गोलियां प्रति मिनट दागता है और 68 मिमी के 18 रॉकेट प्रति मिनट दागता है।
5- पहली बार 1970 में उड़ान भरने वाला मिराज 2000 फ्रेंच मल्टीरोल, सिंगल इंजन चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है। ये फाइटर जेट विभिन्न देशों में सेवा दे रहा है।
6- मिराज-2000 एक साथ हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मार करने में सक्षम है।
7- डसॉल्ट मिराज 2000 लड़ाकू विमान ने कारगिल युद्ध में बड़ी भूमिका रही थी।
8- अक्टूबर 1982 में भारत ने 36 सिंगल सीटर सिलेंडर मिराज 2000 एचएस और 4 ट्वीन सीटर मिराज 2000 टीएसएस का ऑर्डर दिया था।