बालाकोट में मारा गया मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार, बड़ी संख्या में आतंकी ढेर’
भारतीय वायु सेना (IAF) की कार्रवाई में जैश सरगना मसूद अजहर का रिश्तेदार अजहर यूसुफ मारा गया है। बालाकोट आतंकी प्रशिक्षण कैंप अजहर की देखरेख में चल रहा था।
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में घुसकर पुलवामा आतंकवादी हमले का बदला लिया। आईएएफ ने बालाकोट, चकोठी और मुजफ्फराबाद में आतंकियों के प्रशिक्षण कैंपों पर हमले किए। बालाकोट में हुए हमले में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार अजहर यूसुफ उर्फ उस्ताद गौरी मारा गया है। बालाकोट पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित है जबकि चकोठी और मुजफ्फराबाद पीओके में हैं।
भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर चलने के खुफिया इनपुट्स मिले थे। सूचना यह भी थी कि यहां बड़ी संख्या में आतंकी मौजूद थे। गोखल ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकी शिविरों के बारे में कई बार सबूत दिए गए थे लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि बालाकोट आतंकी शिविर को जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार अजहर यूसुफ उर्फ उस्ताद गौरी चला रहा था। इस हमले में वह मारा गया है। अजहर 1999 में भारतीय विमान आईसी 814 के अपहरण में भी शामिल था। अजहर के खिलाफ भारत में अपहरण और हत्या के मामले दर्ज हैं।
विदेश सचिव ने कहा कि आईएएफ की इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में जैश के आतंकी, उसके प्रशिक्षक, सीनियर कमांडर और जेहादी मारे गए हैं।
साल 2002 में भारत सरकार ने पाकिस्तान को 20 भगोड़े आतंकियों की सूची सौंपी थी। इस सूची में यूसुफ अजहर का भी नाम था। साल 2000 में सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। अजहर उर्दू और हिंदी बोलने में माहिर था।
गोखले ने कहा कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी प्राप्त हुई कि जैश भारत में अधिक आत्मघाती हमलों की योजना बना रहा था। खतरे को देखते हुए एक पूर्वनिर्धारित स्ट्राइक बिल्कुल आवश्यक हो गई। आज भारत ने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर गैर-सैन्य एकतरफा हमले किए। इन हमलों में शीर्ष कमांडरों को मार दिया गया।’