अयोध्याः ‘नानी’ का घर देखकर भाव विभोर हुए कोरियाई
अयोध्या
कोरिया की महारानी हो के स्मारक स्थापना की 18वीं वर्षगांठ मनाने दक्षिण कोरिया के गिम- हे शहर से कोरियाई मेहमानों का 30 सदस्यीय जत्था यूपी के अयोध्या पहुंचा। सरयू तट पहुंच कर कोरियाई जत्थे ने रीति-रिवाज से उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले बीती शाम दल के लोगों ने अयोध्या नरेश विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र के आमंत्रण पर राज सदन पहुंचे, जहां उनकी जमकर खातिरदारी की गई। राज परिवार के सदस्य डॉक्टर शैलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, युवा साहित्यकार यतीन्द्र मोहन प्रताप मिश्र ने परिवार के अन्य सदस्यों ने एक दूसरे के साथ पुरानी यादों को जीवंत किया। दल का नेतृत्व कोरियाई नैशनल असेंबली के सदस्य जुंग हून किम ने किया,साथ मे किम-संग-वू, किम- दू-चिल, किम-जोंग-सांग, ना-सुक-योग,हुर-युम, सहित 30 लोग मौजूद रहे। बता दे मान्यता है कि रानी हो अयोध्या की राजकुमारी थी, और 48 ईसा पूर्व समुद्री मार्ग से कोरिया पहुंची थीं ,जहां उनका विवाह राजा सुरो से हुआ था।
गुरुवार की सुबह कार्यक्रम स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच दल में शामिल लोगों ने अपनी नानी के स्मारक को देखकर कहा जिस तरह बिना जड़ के पेड़ नहीं लग सकता उसी तरह पूर्वजों के बिना संतान नहीं हो सकती। उन्होंने कहा अपनी पूर्वज नानी के कारण ही हम लोगों को आज इस उत्सव में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। लोगों ने कहा आज हमारे पूर्वजों के कारण हम 7 बिलियन होकर देश की सेवा कर रहे है। हम अयोध्या से बहुत सी यादें लेकर जा रहे हैं।
कोरियाई पार्क के लिए शासन ने दिए 21 करोड़ 92 लाख
अयोध्या डीएम अनुज कुमार ने आए हुए मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि भारतीय चिंतन और शास्त्रों में विश्व बंधुत्व की बात कही गई है। वसुदेव कुटुंबकम का यह सिद्धांत दोनों देशों में परिलक्षित हो रहा है। उन्होंने कहा बीते दिनों दीपोत्सव के मौके पर कोरियाई पार्क का शिलान्यास कोरिया की प्रथम महिला व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। उसके बाद शासन स्तर पर पार्क के विस्तारीकरण व सुंदरीकरण के लिए 21 करोड़ 92 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें क्वीन पवेलियन, मेडिटेशन सेंटर, वन प्लाजा सहित अन्य कई कार्यों की व्यवस्था की गई है।