बिहार में पकड़ुआ विवाह, पुलिस के सामने जबरन दुल्हन की मांग में भरवाया सिंदूर
(प्रतीकमतक फ़ोटो)
बिहार में पकड़ुआ शादी कोई नई बात नहीं है। शादी के लिए दूल्हे का अपहरण कर उसकी जबरन शादी कराना बिहार के कुछ इलाकों का पुरानी कुरीति रही है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में इस कुरीति पर लगाम लगाया गया और इसके मामले कम हो गए। लेकिन एक बार फिर वैशाली जिले का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दूल्हे से जबरन दुल्हन की मांग भरवायी जा रही है।
घटना वैशाली जिले के महुआ थानाक्षेत्र के फुलवरिया भदवास गांव की है, जहां लड़के को शादी के लिए तीन दिनों तक बंधक बना कर रखा गया। इस मामले में सबसे बड़ी बात ये है कि यह अवैध शादी पुलिस के सामने करायी गई और लड़के के अपहरण की सूचना पुलिस को दी गई थी।
फुलवरिया भदवास गांव का रहने वाला क्रान्त कुमार स्थानीय महुआ बाजार में सैलून चलाता था। सैलून में वह शादी के सीजन में दूल्हे को सजाने का काम भी करता था। बीते 10 मार्च रविवार को क्रान्त रोज की तरह अपने सैलून पर था। उसकी सैलून पर दो लड़के आए और एक दूल्हे को सजाने की बात कह उसे अपने साथ ले गए।
रातभर क्रान्त घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। अगली सुबह क्रान्त के भाई देवानंद के मोबाइल पर किसी यादव जी ने फोन किया और बताया कि उसके भाई का अपहरण हो गया है और उसे पास के ही गांव में रखा गया है और शाम में उसकी शादी होने वाली है। क्रान्त का भाई देवानंद थाने पहुंचा और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी।
देवानंद की गुहार पर पुलिसवालों ने ध्यान तक नहीं दिया। और तो और जिन पुलिस अधिकारियों की क्रान्त कुमार अपने सैलून में शेविंग किया करता था, उन्होंने ही उसकी शादी जबरन करा दी और इस शादी के बाद खुद पुलिस के लोग क्रांत के घर लड़की को लेकर पहुंचे और जबरन घर का ताला तोड़कर लड़की को अंदर रखवाया।
इतना ही नहीं पुलिस अधिकारियों ने क्रांत के परिजनों को धमकी भी दी कि लड़की को स्वीकार कर लो तभी तुम्हारा लड़का वापस आएगा। वायरल वीडियो में पुलिस की संलिप्तता बड़े सवाल खड़ा करती है।
वैसे, बिहार में युवा लड़कों को किडनैप कर ‘पकड़ुआ विवाह’ कराने का चलन नया नहीं है। अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, साल 2017 में 3400 से ज्यादा युवाओं को किडनैप कर उनका पकड़ुआ विवाह कराया गया था।