मुसलमानों जीत तो हम तुम्हारे बिना भी लेंगे,जरुरत तुम्हें हमारी पड़ेगी:मेनका गांधी :सोशल मीडिया पर खूब हो रही अलोचल
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मंत्री और सुल्तानपुर से भाजपा उम्मीदवार मेनका गांधी ने मुस्लिम समाज को इशारे-इशारे में चेतावनी भरे लहजे में वोट देने की अपील की है. एक मुस्लिम बाहुल्य गांव में सभा करने पहुंची मेनका गांधी ने कहा कि हम खुले हाथ और खुले दिल के साथ आए हैं. आपको कल मेरी जरूरत पड़ेगी. ये इलेक्शन तो मैं पार कर चुकी हूं. अब आपको मेरी जरूरत पड़ेगी. अब आपको जरूरत के लिए नींव डालना है, तो सही वक्त है. सुल्तानपुर के तुराबखानी इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मेनका ने मुसलमानों से कहा कि वह उन्हें वोट दें वरना वह उनका काम नहीं करेंगी. इस पूरे बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
मेनका गाँधी ने कहा कि मैं यह चुनाव जीत रही हूं और अब फैसला आपको करना है. मैं जीत रही हूं. मैं लोगों के प्यार और समर्थन से जीत रही हूं. लेकिन मेरी जीत अगर मुसलमानों के बिना होगी तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा. दिल खट्टा हो जाएगा. फिर कोई मुस्लिम मेरे पास काम के लिए आएगा तो मैं सोचूंगी रहने देते हैं. यह सब लेना-देना ही तो है. हम महात्मा गांधी की छठी औलाद तो हैं नहीं. ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ देते रहेंगे और चुनाव में मात खाते रहेंगे. यह जीत आपके साथ या आपके बिना होगी.
मेनका गांधी ने आगे कहा कि मैं यह चुनाव जीत चुकी हूं. लेकिन आपको मेरी जरूरत पड़ेगी. यह आपके लिए मौका है नींव डालने का. जब चुनाव आएंगे और इस बूथ से 100 वोट या 50 वोट निकलेंगे और फिर आप हमारे पास काम के लिए आएंगे तो वही होगा मेरा साथ. मुझे को बंटवारा नहीं दिखता. मुझे सिर्फ दर्द, दुख और प्यार दिखाई देता है. यह आपके ऊपर है.
सभा में मौजूद लोगों के तेवर थोड़े बदले तो मेनका समझ गईं और उन्होंने फौरन बात को पलटा. कहा- मैंने कम से कम एक हजार करोड़ रुपए बांटे होंगे केवल मुसलमानों के संस्थाओं को, ताकि वो फले-फूलें. सवाल ये है- आप लोग जब आते हो मदद के लिए तो इलेक्शन के टाइम आप कहोगे बाबा नहीं.. हम भाजपा को नहीं देंगे. हम कोई भी पार्टी को दे देंगे, जिससे भाजपा हारेगी. तो हमारा दिल भी टूटता है.