अयोध्या ! बिर्जन हत्याकांड: तो कहीं गुट में बिखराव ही तो नही बन गई बिर्जन की हत्या की वजह
घटनास्थल की फोटो
गुट के सदस्यों को ही परिजनों ने हत्या में किया नामजद।
हत्या की वजह तलाशने में जुटी पुलिस की स्पेशल टीम
मवई(अयोध्या) ! विरजन हत्याकांड को अंजाम हूबहू वैसे ही दिया गया। जैसे ठीक ढाई साल पहले तालगांव के ही साहबदीन कोरी की हत्या हुई थी। तब भी सड़क के एक ओर लेटी पत्नी को भनक तक नहीं लगी थी और दूसरे किनारे पर लेटे साहबदीन की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। अब तालगांव में सड़क किनारे ही जिस पोजिशन में गुरुवार की सुबह बृजेश सिंह उर्फ विरजन का शव मिला। इन दोनों वारदातों के तार आपस में जुड़े होने की ओर भी इशारा करते हैं।इसे बल तब और भी मिलता है, जब पुलिस भी यह स्वीकारती है कि विरजन की हत्या में आरोपित किए गये एक अभियुक्त शिवप्रसाद से साहबदीन हत्याकांड में भी पुलिस ने दो दिनों तक पूछताछ की थी।हालांकि तब मृतक के बेटे के उच्चाधिकारियों की शिकायत पर कि पुलिस बेवजह लोगों को परेशान कर रही है,शिवप्रसाद को छोड़ना पड़ा था।उधर विरजन हत्याकाण्ड से लोगों के आक्रोश को लेकर पुलिस भले ही नामजद आरोपियों में से तीन की गिरफ्तारी कर लेने में सफल हो गई।लेकिन राहत की सांस अभी नहीं ले रही है।असल में अब तक की जांच में यह सामने आया है कि वारदात को अंजाम देने वाले सरगना के मुख्य सूत्रधार का नाम मुकदमे में नहीं आ सका है। इसके लिए तमाम क्लू पर पुलिस की टीमें जांच में लगातार जुटी हुई हैं।दरअसल बुधवार को अपराह्न घर से निकले मवई क्षेत्र के बघेड़ी गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह उर्फ विरजन तालगांव के एक ब्राह्मण परिवार के यहां रोजाना की भांति गये हुए थे। वहां से देर रात वह बाइक से ही घर के निकले थे। यह बात पूछताछ में उस परिवार के सदस्यों ने पुलिस अफसरों को बताया है। जिसके यहां विरजन बुधवार की अपराह्न गये हुए थे। पुलिस अफसरों की एक टीम ने शुक्रवार को तालगांव पहुंच कर पहले मौका-ए-वारदात की छानबीन की। फिर उस परिवार के यहां पहुंचकर एक-एक सदस्यों से भी विरजन के आने-जाने के बावत पूछताछ की। उधर पुलिस सूत्रों का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर विरजन सिंह की हत्या के पीछे की वजह गुट का टूटना भी है।सीओ धर्मेंद्र यादव ने बताया कि अलग-अलग टीमें कई बिन्दुओं पर जांच कर रही हैं। जल्द ही सच व झूठ से पर्दा उठ जाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
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क्राइम ब्रांच व एसओजी कर रही पूछताछ
रुदौली। मवई क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर विरजन सिंह की हत्या के नामजद चार आरोपियों में तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनसे पूछताछ क्राइम ब्रांच व एसओजी टीम कर रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि हिरासत में लिए गये लोगों से पूछताछ में जो तथ्य सामने आया है, वह चौंकाने वाला इसलिए भी होगा। चूंकि वहां तक ग्रामीण या समर्थक अब सोचे भी नहीं हैं। उन्होंने इशारों में बयां किया है कि घटनास्थल पर वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों को छोड़ने के लिए कार का भी इस्तेमाल हुआ है।