असलहा थामे गनर रिक्शे पर; निर्दल उम्मीदवार बना रिक्शावान; अब तक लड़ चुके हैं 17 चुनाव
शाहजहांपुर. यूपी की सियासत में अजीब नजारे देखने को मिल रहे हैं। कोई नेता अर्थी पर लेटकर नामांकन कराने पहुंचता तो कई दूल्हा बनकर। लेकिन शाहजहांपुर में इन दिनों प्रचार में जुटा प्रत्याशी खासा चर्चा में है। सुरक्षा के लिए मुस्तैद सिपाही हाथों असलहा लिए रिक्शे पर बैठता है, प्रत्याशी खुद रिक्शा खींचता है। यह प्रत्याशी अब तक राष्ट्रपति से लेकर वार्ड मेंबरी तक 18 चुनाव लड़ चुका है, लेकिन जीत हासिल नहीं हुई।
कार नहीं तो रिक्शे से कर रहा प्रचार
शाहजहांपुर सुरक्षित लोकसभा सीट से वैद्यराज किशन ने संयुक्त विकास पार्टी से मैदान में हैं। चुनाव के लिहाज से सुरक्षा के लिए निर्वाचन अधिकारी ने वैद्यराज को गनर दिया है। उनके पास कार नही है। इसलिए प्रत्याशी अपने गनर को रिक्शे पर बैठाकर बाजार में वोट मांगने के लिए निकल पड़ा। वैद्यराज ने नामांकन भी अनोखे अंदाज में किया था। वो दूल्हा बनकर बैंड बाजे के साथ नामांकन कराने पहुंचे थे। इसके लिए उन पर केस भी दर्ज हुआ था।
हमने गनर नहीं मांगा, मुझे कोई खतरा नहीं
प्रत्याशी वैधराज किशन का कहना है कि मेरे पास कार नहीं है। बहुत गरीब हैं। जनता से हमें कोई खतरा नहीं है। हमने गनर नही मांगा था। लेकिन फिर भी गनर दे दिया गया। अब क्या करें? कार नही हैं, इसलिए रिक्शे चलाकर वोट मांग रहे हैं। गनर को रिक्शे पर बैठाना पड़ रहा है।
मैं जीता तो युवाओं को रोजगार जिले में दूंगा
जनता के बीच पहुंचने पर वैद्यराज दावा करते हैं कि, वह जीतने के बाद जिले के नौजवानों को नौकरी देंगे। युवाओं को जिले से रोजगार की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ेगा। जनता को अगर अपने बच्चो का भविष्य बनाना है तो वह हमे जिताएं। उनका कहना है कि राष्ट्रपति का चुनाव से लेकर अब वह 18वां चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन जीते एक भी नहीं। लेकिन इस बार उम्मीद है कि जीत मेरी होगी। क्योंकि जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है।