दलित की बेटी को मार डाला गया तब कहां गए थे गठबंधन के लोग- रामचंद्र यादव
रुदौली(अयोध्या) ! भाजपा विधायक रामचंद्र यादव ने कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा को दलितों की याद तभी आती है। जब उन्हें वोट लेना होता है। मवई क्षेत्र के रामसमुझ पुरवा (चंद्रामऊ) में दलित बेटी की हत्या हुई थी, तब गठबंधन का एक भी नेता झांकने तक नहीं गया था। क्या वह परिवार गरीब नहीं था या दलित नहीं था। विधायक के ऐसे तमाम प्रश्नों पर कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में संकल्प लिया कि वे सभी घर-घर जाकर जनता को सपा-बसपा की घटिया सोच को बेनकाब करेंगे। इतना ही नहीं विधायक श्री यादव ने कहा कि पकड़िया गांव बबलू यादव की हत्या हुई थी। जिसमें भी सपा-बसपा के लोगों ने आरोपियों को बचाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि वहां के निवासी संतराम यादव ने यूं ही नहीं पलायन किया था। उनका जीना दुश्वार हो गया था। विधायक ने कहा कि चुनाव के समय गठबंधन के जो लोग तराई इलाके में वोट मांगने पहुंच रहे हैं। यहां की जनता को ऐसे लोगों को खदेड़ देना चाहिए क्योंकि ये सब वही लोग हैं, जो खंडपिपरा बवाल में यादव परिवार के घर जलाने वालों के ही घर गये थे। जबकि पीड़ित परिवारों के साथ सिर्फ भाजपा के लोग खड़े थे।सोमवार को पटरंगा, बाबा बाजार व रुदौली में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। इस दौरान पहली मई को मया क्षेत्र में होने वाली पीएम मोदी की रैली की तैयारी की गई। भाजपा लोकसभा प्रभारी रामप्रकाश यादव ने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि हर घर से लोग रैली में पहुंचे। ऐसी कोशिश होनी चाहिए। ताकि ऐसा वातावरण बने, जिसका संदेश देश भर में पहुंच सके। बैठक में विस प्रभारी चंद्रबली सिंह, पूर्व प्रचारक दिनेश सिंह, विस्तारक पीयूष सैनी, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि कमलेश यादव, पूर्व चेयरमैन अशोक कसौंधन, प्रधान संघ ब्लॉक अध्यक्ष रामप्रेस यादव, सुरेश रावत, आनंद मौर्य, रघुनंदन चौरसिया, सांसद प्रतिनिधि शिवगोविंद पांडेय, मंडल अध्यक्ष निर्मल शर्मा, अमित शर्मा, राघ्वेंद्र शर्मा उर्फ राजू, अश्वनी यादव, अविनाश सिंह, डा. बजरंगी यादव, महेंद्र पाठक, कृष्ण कुमार कौशल, हरिशरण दुबे, अमरनाथ लोधी, शिवराम यज्ञसैनी, शिवकुमार पाठक, धर्मेंद्र सिंह, राजेश गुप्त, विनय गुप्त, सुनील मिश्र आदि रहे।