अखिलेश यादव ने खुद ही रद्द कराईं थीं सभी सभाएं,डीएम ने दिखाया लेटर

डीएम ने कहा, जिला प्रशासन ने जो फैसला लिया वो अखिलेश की पार्टी की ओर से की गई रिक्वेस्ट के बाद लिया गया है.
लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण के मतदान से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की आजमगढ़ में होने वाली सभाएं रद्द करने के मामले में नया मोड़ आ गया है. आजमगढ़ के डीएम ने अखिलेश की सभाएं रद्द करने से साफ इनकार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी ने ही अपनी शुक्रवार को होने वाली सभी सभाएं रद्द की हैं. डीएम ने इसका सबूत दिखाते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने जो फैसला लिया वो अखिलेश यादव की पार्टी की ओर से की गई रिक्वेस्ट के बाद लिया है.
आजमगढ़ के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने सपा का प्रार्थना पत्र दिखाते हुए कहा, ‘समाजवादी पार्टी की ओर से एक लैटर मिला था. जिसमें कहा गया था कि अखिलेश यादव की 10 मई को आजमगढ़ में होने वाली सभी सभाएं रद्द कर दी गईं हैं. इसलिए 10 मई को होने वाली जनसभाएं, हैलीपैड और हेलीकॉप्टर के लिए ली गई अनुमति को तत्काल निरस्त करने का कष्ट करें.’
डीएम ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अखिलेश यादव की कोई सभा रद्द नहीं की गई है. चुनाव आयोग की ओर से खर्चे पर निगरानी रखने वाले व्यय पर्यवेक्षक की ओर से सभी पार्टियों को नोटिस भेजा गया है. इसके बाद ही समाजवादी पार्टी ने अखिलेश की सभाएं खुद रद्द कर दीं.
जिलाधिकारी को भेजा गया सपा का प्रार्थना पत्र
बता दें, समाजवादी पार्टी ने जिला प्रशासन पर अखिलेश यादव की सभाएं रद्द करने का आरोप लगाया था. सपा का कहना था कि आजमगढ़ में जिला प्रशासन ‘निरहुआ’ की हार के डर से जिला प्रशासन अखिलेश यादव की जनसभा रद्द कर रहा है. सपा के वरिष्ठ नेता राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा कि चुनाव प्रचार के दो दिन पहले चुनाव खर्च की राशि संशोधित की है. जिला प्रशासन, जान-बूझकर एकतरफा कार्रवाई कर रहा है.
