अलवर गैंगरेप केस में मायावती की कांग्रेस को चेतावनी, सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो समर्थन ले सकती हूं वापस
नई दिल्ली ! अलवर गैंगरेप मामले में बसपा सुप्रीम मायावती ने राजस्थान की सरकार को समर्थन वापस लेने की चेतावनी दी है। मायावती ने कहा है कि वह बसपा अलवर की घटना को लेकर दुखी एवं चिंतित है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में राजस्थान सरकार द्वारा उचित और सख्त कार्रवाई नहीं किये जाने पर पार्टी समर्थन वापसी का फैसला भी ले सकती है।आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती को अगर अलवर में हुए सामूहिक बलात्कार काण्ड से वाकई पीड़ा हो रही है तो वह राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लें। पीएम मोदी ने देवरिया और कुशीनगर में हुए चुनावी रैलियों में कहा कि राजस्थान की सरकार बसपा के सहयोग से चल रही है। वहां की कांग्रेस सरकार दलित बेटी से सामूहिक बलात्कार का मामला दबाने में लगी है। बहनजी (बसपा प्रमुख मायावती) राजस्थान में आपके समर्थन से सरकार चल रही है। वहां दलित बेटी से बलात्कार हुआ है। आपने उस सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लिया? घड़ियाली आंसू बहा रही हो।उन्होंने कहा ”आपके (मायावती) साथ गेस्ट हाउस कांड पर पूरे देश को पीड़ा हुई थी। आज अलवर कांड पर आपको पीड़ा क्यों नहीं हो रही है। अगर हो रही है तो बयानबाजी करने की बजाय राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लीजिये।सोमवार को प्रेस वार्ता कर मायावती ने पीएम पर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि दलित समाज के लोग अभी तक रोहित वेमुला, उना कांड आदि को भूले नहीं हैं। मायावती ने कहा कि राजस्थान के अलवर की घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी मेरे बोलने से पहले चुप ही थे। अब राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मायावती ने कहा कि मेरा पूरे देश की महिलाओं से ये अपील है कि वे इन्हें वोट न दे।उल्लेखनीय है कि सामूहिक दुष्कर्म मामले के सभी छह आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को हटा दिया गया तथा थानाधिकारी को निलंबित एवं कुछ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर किया गया।