महासंग्राम ! मोदी की महाप्रलय ने रच डाली भाजपाई जीत की महागाथा
स्मृति ने अमेठी में की राहुल की दुर्गति तो महागठबंधन भी औकात में,मोदी अमित शाह की जोड़ी ने फिर किया कमाल ,विपक्ष के सपने हुए हलाल।
कृष्ण कुमार द्विवेदी(राजू भैया)
राजरंग 2019 ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मैजिक ने देश में भाजपा की ऐसी महाप्रलय मचाई कि आज भगवा साम्राज्य की ऐतिहासिक महागाथा देश के मानस पटल पर विद्यमान हो गयी। अमेठी में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की दुर्गति कर डाली। यूपी में महागठबंधन औकात में दिखा तो वही देश में विपक्ष करारी हार के अंधे कुएं में जा गिरा।देश में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद को संभालने के लिए तैयार हैं।श्री मोदी ने अमित शाह के साथ मिलकर भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह जगा कर पार्टी को ऐसी विजय दिलाई है जिसे यदि जीत की महाप्रलय कहा जाए तो गलत नहीं होगा। सधे प्रचार-प्रसार एवं निर्णय लेने की इच्छा शक्ति को आगे रखकर मोदी ने देश की राजनीतिक दिशा को ऐतिहासिक रूप से पलट दिया। कांग्रेस सहित पूरे विपक्षी दलों को इस बार आशा थी कि वह मोदी सरकार को देश की सत्ता से उखाड़ फेंकेंगे। लेकिन जब आज चुनाव परिणाम घोषित हुए तो ऐसे सभी नेताओं की नींद हराम हो गई । विपक्ष ने जब एग्जिट पोल आए तो खूब आगे बढ़कर मशीनों का रोना रोया पर यह बेकार गया।यह चुनाव देश के विपक्षी नेताओं को वह सबक है जिसमें वह तुष्टीकरण की राजनीति से ऊपर नहीं उठ पाते हैं। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के नेता भाजपा पर हिंदू अथवा हिंदुत्व के नाम की राजनीति के आरोप तो लगाते हैं
। लेकिन वह भी मौका मिलने पर मुस्लिमों एकजुट होकर वोट दे इसकी सियासत कर बैठते हैं। मोदी की जीत इस बात की परिचायक है कि अब देश में बहुसंख्यक समाज को किनारे कर के कोई भी राजनीति नहीं की जा सकती है। खास बात यह है कि देश भगवा खेमे में एक अलग सी जागरूकता नजर आ रही है।देश में यह विश्वास हो चला है कि नरेंद्र मोदी ही देश को आगे ले जा सकते हैं। यही वजह थी कि देश की जनता ने मोदी को एक और मौका दिया।भाजपा का चुनाव प्रचार में सधा संतुलन उसके लिए खूब काम आया। राष्ट्रीय स्वयं संघ ने भी सधे अंदाज में खूब मेहनत की। यही नहीं मोदी ने स्वयं उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल में जमकर रैलिया की। हम बात करें पश्चिम बंगाल की तो वहां भी भाजपा ने ममता बनर्जी की आंखों में खतरे का सुरमा डाल दिया है ।वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश ,गुजरात सहित अन्य प्रदेशों में भी कांग्रेस को आत्मलोकन करने के लिए मजबूर कर दिया है। कांग्रेस के लिए चौकीदार चोर है का नारा देना भारी पड़ गया ।यही नहीं कांग्रेस का घोषणा पत्र भी कांग्रेस के ताबूत में कील ठोकता नजर आया ।फिलहाल मोदी एवं अमित शाह की जोड़ी ने एक बार फिर ऐसा कमाल कर डाला है कि भाजपा की ऐतिहासिक जीत आज महागाथा बन गई है ।
भाजपा की लहर का अथवा उसकी महाप्रलय का अंदाज देखिए कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी में सियासी रूप से स्मृति ईरानी के आगे दुर्गति का शिकार हो गए हैं। भला हो वायनाड का जहां से उन्हें जीत की हल्दी लग गई। यही नहीं महागठबंधन करने के बाद जब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा सुप्रीमो मायावती तथा रालोद अध्यक्ष अजित सिंह जो घमंड में चूर थे उनकी भी हवा निकल गई है ।चर्चा है कि महागठबंधन के नेताओं को जनता ने औकात में लाकर खड़ा कर दिया है। यह संदेश भी महागठबंधन के नेताओं को मिला है किसी भी दल के वोटर अथवा समर्थक उसके नेता के आदेश के गुलाम नहीं रहता।
मतदाता मतदान के समय देश एवं प्रदेश के हितों को भी ध्यान में रखते हैं। वैसे महागठबंधन को उसका घमंड ले डूबा क्योंकि उसने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश से दूध की मक्खी की तरह से निकाल कर फेंक दिया था।शायद यह भी एक वजह थी कि बाराबंकी सहित पूरे प्रदेश की ज्यादातर लोकसभा सीटों को जीतने के सपनों की ऐसी तैसी हो गयी।जहां तक सवाल है पूरे देश में विपक्ष के चुनाव लड़ने का तो उसने वही काम किया जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पूरी भाजपा पार्टी चाहती थी ।अब साफ है कि देश की जनता खुले मन से, खुले मंच से ,खुले दिल से, खुले निर्णयों की राजनीति को पसंद करती है। अब देश के नेताओं को गलत को गलत एवं सही को सही कहने की खुलकर आदत डालनी होगी। तुष्टीकरण के चलते किसी एक वर्ग को खुश करने के लिए संदिग्ध रणनीति से दूर रहना होगा।कुल मिलाकर मोदी की महाप्रलय ने भाजपा को एक बार फिर देश की सत्ता की ओर ऐतिहासिक गाथा लिखने की ओर अग्रसर कर दिया है।kkc परिवार की ओर से प्रधानमंत्री मोदी सहित नवनिर्वाचित सांसद एवं भाजपा की पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई।