अमेठी ! भाजपा कार्यकर्ता की अर्थी को स्मृति ईरानी ने दिया कंधा
प्रहलाद तिवारी- ब्यूरो रिपोर्ट
अमेठी : अमेठी में भाजपा कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार में पहुंचीं स्मृति ईरानी ने उनकी अर्थी को कंधा दिया। इससे पहले स्मृति ईरानी अमेठी में सुरेंद्र सिंह के घर पहुंची और उनके पार्थिव शरीर को नमन करने के साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि दी। बता दें कि उत्तर प्रदेश अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के करीबी माने जाने वाले बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर कथित रूप से हत्या कर दी थी।इसी बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हत्या के आरोपियों के पकड़ने के लिए डीजीपी से बात की है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता की मौत अत्यंत दुखद है। वह परिश्रमी कार्यकर्ता थे। भले ही हत्यारे जमीन के भीतर क्यों ना छिपे हों, उन्हें पकड़ लिया जाएगा। इस घटना से पूरी अमेठी दुखी है।भाई नरेंद्र सिंह और सुरेंद्र के बेटे अभय प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि हत्या राजनीतिक कारणों के चलते की गई है। गांव की प्रधानी भाजपा में सक्रियता के चलते कई लोग उनसे नाराज थे।
अभय प्रताप सिंह ने कहा कि स्मृति ईरानी ने पिता जी को चुनाव में प्रचार की जिम्मेदारी दी थी। जिसे वह निभा रहे थे। ये बात अन्य विरोधी नेताओं को अच्छी नहीं लगी। शायद इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई।उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं है। हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सिंह की हत्या पर भाजपा के अमेठी लोकसभा क्षेत्र के संयोजक राजेश अग्रहरि ने कहा कि कांग्रेस की हताशा और घटना के हालात को देखते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
मृतक के स्मृति ईरानी की फोटो
राजेश ने कहा कि चुनाव के बाद से कांग्रेस में हताशा है इसलिए घटना की गहन जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।अपर पुलिस अधीक्षक दया राम ने रविवार को बताया कि बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान स्थानीय भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह को शनिवार रात करीब 11.30 बजे अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना की जांच जारी है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने कहा कि इस घटना के राजनीतिक हत्या होने से इंकार नहीं किया जा सकता। सभी पहलुओं पर जांच हो रही है। सिंह पूर्व प्रधान रहे हैं इसलिए यह पुरानी रंजिश का मामला भी हो सकता है।