लखनऊ:13 साल बाद किडनी चोरी की शिकायत करने पहुंची महिला
- महिला ने आरोप लगाया है कि प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर ने सिजेरियन डिलिवरी के वक्त उनकी किडनी निकाल ली थी
- दिल्ली में रैकेट के खुलासे के बाद महिला को जगी आस
- सीएमओ ने जांच के लिए बनाई कमिटी दर असल महिला की बाईं किडनी गायब थी
लखनऊ
फैजुल्लागंज की कृष्ण लोक कॉलोनी में रहने वाली एक महिला ने यहीं के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों पर किडनी चोरी का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि 13 साल पहले सिजेरियन डिलिवरी के दौरान डॉक्टरों ने उसकी किडनी निकाल ली थी। वह कई बार मड़ियांव थाने गई, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। इस बीच किडनी के गोरखधंधे का खुलासा होने पर उसे न्याय की आस जगी। ऐसे में उसने शनिवार को सीएमओ से मिलकर शिकायत की।
शिकायकर्ता शीलम शुक्ला उर्फ प्रीति ने बताया कि 6 मार्च 2006 को प्रसव पीड़ा होने पर एक परिचित ने उन्हें फैजुल्लागंज के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। वहां 13 मार्च को उनका ऑपरेशन किया। इस दौरान वह दो दिन बेहोश रहीं। फिर होश के आने के दस दिन उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। इसके बाद छह महीने तक शरीर में सूजन रही। पेशाब के साथ खून आता रहा और पेट दर्द होता रहा।
अगले साल उन्होंने एक निजी डायग्नोस्टिक सेंटर में अल्ट्रासाउंड करवाया तो पता चला कि उनकी बाईं किडनी नहीं है। इसके बाद वह क्वीनमेरी गईं, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने किडनी गायब होने के साथ नस कटने की भी पुष्टि की।
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि महिला की शिकायत पर जांच के लिए तीन डॉक्टरों की टीम बनाई गई है। इसमें बलरामपुर अस्पताल के यूरो सर्जन और सिविल अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट शामिल हैं। एक हफ्ते बाद आ जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी