मऊ जेल में कैदियो की है मौज,वीडियो हुआ वायरल
यूपी की जेलें अपराधियों का आरामगाह बन गई हैं। जेल के भीतर से वायरल हो रहे वीडियो अधिकारियों के दावों की पोल खोल रहे हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि जब अपराधियों को जेल का भी डर नहीं रहेगा तो कानून व्यवस्था कैसे दुरुस्त होगी? कई जेलों के वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार को मऊ जेल का बेहद चौंकाने वाला वीडियो वायरल हुआ। दो मिनट से लेकर सात मिनट तक के आधा दर्जन से ज्यादा वीडियो में रुपये लेकर बैरक में पूड़ी सब्जी की बिक्री, खुलेआम हेरोइन-गांजा का इस्तेमाल, मोबाइल फोन पर आराम से बतियाते बंदी, हीटर जलाकर स्पेशल खाना बनाना हर वह चीज दिखाई दे रहा है जो जेल के अंदर प्रतिबंधित है।
सोमवार को ही मऊ जिला जेल में छापेमारी हुई थी।
वीडियो दिख रहा है कि बंदियों से पैसे लेकर उन्हें पूड़ी-सब्जी बेची जा रही है। वीडियो छिपकर भी नहीं, खुलेआम बनाया जा रहा है। पूड़ी सब्जी बेच रहा व्यक्ति वीडियो बनाने वाले को रोकता भी है। दोनों के बीच गाली गलौच भी होती है। वीडियो बनाने वाला कहता है कि जब बेचते हुए डर नहीं लग रहा तो वीडियो से क्यों डरता है। इस दौरान कई बंदी रुपये दे-देकर पूड़ी सब्जी खरीदते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो बनाने वाला जेल अधीक्षक का नाम लेकर खाना खराब देने अौर इस तरह से पूड़ी सब्जी बेचने का आरोप भी लगाता रहता है।
अन्य वीडियो मेंहेरोइन और गांजे की पुड़िया तैयार होते, बंदियों को नशा करते, बैरक के भीतर हीटर पर खाना बनाते, बंदियों को धड़ल्ले से मोबाइल का इस्तेमाल करते दिखाया गया है। वीडियो में कहा गया है कि अधिकारियों की मिलीभगत से जानबूझकर खराब खाना दिया जाता है ताकि अच्छे भोजन और हीटर के लिए पैसे वसूले जा सकें।
मामले में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि वायरल वीडियो पुराना लग रहा है। लगातार कार्रवाई चल रही है। संभवत: इसलिए ऐसे वीडियो वायरल किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मामले पर उनकी नजर है। किसी भी हाल में दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। जिला कारागार के जेल अधीक्षक अविनाश गौतम और जेलर रत्नाकर सिंह ने ऐसे किसी मामले के संज्ञान में होने से इनकार किया है।एसपीअनुराग आर्य नेवायरल वीडियो मामले की जांच एलआईयू को दी है। उनका कहना है कि वीडियो मार्च के बाद के लग रहे हैं। पूरा मामला जांच के बाद सामने आएगा।