संभल: शहीद सिपाहियों के लिए एम्बुलेंस तक नहीं उपलब्ध करा पाए आला अफसर, लावारिसों की तरह लोडर में डाल पहुंचाया पोस्टमार्टम हाउस
उत्तर प्रदेश की संभल पुलिस (Sambhal Police) के लिए बुधवार का दिन काल बनकर आया. यहां पेशी के लिए 24 कैदियों को ले जा रहे पुलिसकर्मियों पर 3 बदमाशों ने हमला कर 2 सिपाहियों को गोलियों से भून डाला और पुलिस वैन से फरार हो गए. गोली लगने से दोनों पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई. इस दौरान आला अफसरों (Senior Officer) की बड़ी संवेदनहीनता सामने आयी. शहीद पुलिसकर्मियों (Martyred Constable) के लिए आला अफसर एम्बुलेंस (Ambulance) तक नहीं उपलब्ध करा पाए और दोनों सिपाहियों को लावारिसों की तरह लोडर में डालकर पोस्टमार्टम हाउस (Post-mortem House) पहुँचाया.
मिली जानकारी के अनुसार सिपाहियों को गोली मारकर भागने वाले बदमाशों की पहचान कमल पुत्र जग बहादुर, मो. शकील पुत्र नूर मोहम्मद निवासी गण ग्राम रमपुरा थाना बहजोई जिला संभल, धर्मपाल पुत्र देशराज निवासी ग्राम भरतपुर थाना बहजोई संभल के रूप में हुई है. ये तीनों बदमाश पहले पुलिसवालों की आंख में मिर्च झोंकी और उसके बाद हमला किया. साथ ही उनकी सरकारी राइफल लूटकर फरार हो गए. उधर, मृतक सिपाहियों के परिवार वालों को योगी सरकार ने 50 लाख रूपये देने का ऐलान किया है.
एसपी संभल और सीओ को चश्मदीद सिपाही खूब सिंह ने बताया कि ‘वह बुधवार को मुरादाबाद जेल में 24 कैदियों को संभल जिले की चंदौसी की अदालत में पेश करने के लिए 6 पुलिसकर्मियों के साथ वैन में गए थे. पेशी कराने के बाद कैदियों को उसी वैन में वापस मुरादाबाद जेल ले जा रहे थे. तभी संभल जिले में देवाखेड़ा गांव के 3 कैदी वैन के भीतर ही सिपाहियों से हाथापाई करने लगे. इसके बाद दूसरे कैदी भी उनका साथ देने लगे. इस दौरान उन्होंने सिपाहियों के साथ मारपीट कर राइफल छीन लिया और विरोध करने पर सिपाही हरेंद्र सिंह और ब्रजपाल सिंह को गोली मार दी’.