गोरखपुर: 40 हजार रुपये रिश्वत लेते धराए चौकी इंचार्ज, एंटी करप्शन ब्यूरो ने किया गिरफ्तार
गोरखपुर
गोरखपुर के बेलघाट थाने में दर्ज एक केस में अंतिम रिपोर्ट लगाने के नाम पर 40 हजार रुपये रिश्वत लेते कुरी बाजार के चौकी प्रभारी आशीष मिश्रा को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उसे गुरुवार शाम यातायात कार्यालय के पास से पकड़ा गया, जिसके बाद उसके खिलाफ ट्रैप टीम प्रभारी देव प्रकाश रावत की तहरीर पर कैंट थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि बेलघाट के सुअरहां निवासी शिकायतकर्ता अजय कुमार उर्फ मनोज यादव ने एंटी करप्शन टीम से बुधवार को चौकी प्रभारी के खिलाफ शिकायत की थी। उसने बताया था कि उनके भाई विनोद की गांव के ही हरिनाथ से मारपीट हुई थी।
भाई विनोद ने बेलघाट थाने में बीते 26 मई को हरिनाथ के बेटे भीमचंद्र, धर्मेंद्र, धर्मराज और छोटेलाल के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
आरोप है कि इस मुकदमे में सुलह का दबाव बनाने के लिए विपक्षी की भाभी निर्मला ने एक अगस्त 2019 को कोर्ट के जरिए शिकायतकर्ता के भाई विजय कुमार, विनोद कुमार और राधेश्याम के खिलाफ घर में घुसने और जबरन गर्भपात करने के आरोप में केस दर्ज करा दिया। मुकदमे की विवेचना कुरी बाजार के चौकी प्रभारी आशीष मिश्रा कर रहे थे। इसी केस में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए आशीष ने अजय से 1.5 लाख रुपये मांगे थे। बाद में अस्सी हजार में सौदा तय हुआ था।
गुरुवार को 40 हजार रुपये देने की बात तय हुई थी। शिकायतकर्ता अजय का आरोप है कि उस दिन 40 हजार रुपये लेने के लिए दरोगा ने थाने में बुलाया था। इसकी जानकारी अजय ने एंटी करप्शन टीम से की थी। गुरुवार को थाने पहुंचकर जब उसने फोन किया तो दरोगा आशीष ने शहर में होने की बात कही और यातायात कार्यालय के पास बुलाया।
एंटी करप्शन की टीम को सूचना देकर अजय शहर चले आए और फिर नोट में केमिकल लगाकर दरोगा को थमाया। जैसे ही दरोगा ने रुपया पकड़ा, टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मूल रूप से जौनपुर के सरपतहा थाना क्षेत्र के अमराही का निवासी है। एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को रंगे हाथों पकड़ने के बाद उसे कमरे पर ले गई जहां सर्विस रिवॉल्वर व अन्य कागजात बरामद किए।