अयोध्या : धरना दे रहे छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू ने धमकाया
अमरजीत-ब्यूरो प्रमुख
कुमारगंज(अयोध्या) ! फिसरीज साइंस स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के मत्स्यकी महाविद्यालय के छात्र छात्राओं का धरना 9 वें दिन भी जारी रहा। मांगों के समर्थन में धरना दे रहे छात्र-छात्राओं की समस्याओं का निराकरण तो विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं करा सका अलबत्ता विश्वविद्यालय के नवनियुक्त अधिष्ठाता छात्र कल्याण डी नियोगी ने धरना दे रहे छात्र-छात्राओं को उनका भविष्य चौपट करा देने की धमकी जरूर दे दी है। उधर दूसरी ओर धरना दे रहे छात्र-छात्राओं की अब हालत बिगड़ने लगी है। जिन्हें उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल से लेकर जिला अस्पताल तक पहुंचाया जा रहा है।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अंतर्गत मत्स्यकी महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर 1 सप्ताह पूर्व से विश्वविद्यालय परिसर स्थित पशुपालन महाविद्यालय के सामने धरना दे रहे हैं। उनकी मांगों में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्रमुख परीक्षा में 4 वर्षीय मत्स्यकी पाठ्यक्रम को जोड़ा जाए , मत्स्य विभाग के वह सभी पदों जो कि मत्स्य विस्तार एवं मत्स्य तकनीकी क्षेत्र से संबंधित है उन पर न्यूनतम शैक्षिक योग्यता केवल 4 वर्षीय बीएफएससी ही किया जाए सहित अन्य कई मांगे शामिल है। धरने के 9 वें दिन विश्वविद्यालय के नवनियुक्त अधिष्ठाता छात्र कल्याण डी नियोगी विश्वविद्यालय के नवनियुक्त रजिस्टार डी के द्विवेदी के साथ अपराहन करीब 1 बजे छात्रों के धरना स्थल पर पहुंचे और उन्हें जमकर धमकाया डीएसडब्ल्यू डीन नियोगी ने धमकाते हुए कहा कि आप लोग तत्काल धरना समाप्त करिए आपकी समस्याओं को विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा निस्तारित किए जाने के संबंध में शासन तक पत्राचार किया है समस्या का निस्तारण शासन स्तर से ही होना सुनिश्चित है। जब धरना दे रहे बीएफएससी चतुर्थ वर्ष के छात्र विवेक ने विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण से कहा कि हम लोग अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे हैं तब उसमें किसी को आपत्ति क्यों है इस पर डीएसडब्ल्यू श्री नियोगी आपे से बाहर हो गए और उन्होंने छात्र को धमकाते हुए उसका आईडी नंबर मांगना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे विश्वविद्यालय के दोनों प्रशासनिक अधिकारियों ने धरना दे रहे छात्र-छात्राओं पर धरने को समाप्त किए जाने का खूब जमकर दबाव बनाया और उन्हें विश्वविद्यालय से अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित किए जाने की धमकी तक दे डाली है। यह बात धरना दे रहे छात्रों को नागवार लगी और उन्होंने धरना समाप्त करने का प्रस्ताव लेकर छात्रों के पास पहुंचे विश्वविद्यालय के नवनियुक्त अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं रजिस्टार की बात को ठुकरा दिया छात्र-छात्राओं ने कहा कि जब तक शासन स्तर से हमारी मांगों के अनुरूप कोई सकारात्मक पहल नहीं हो जाती हम लोग धरना समाप्त नहीं करेंगे। अब तक धरने में 2 छात्रों की हालत बिगड़ चुकी है जिसमें एक छात्र को इलाज के लिए जिला अस्पताल तक पहुंचाया गया है। धरने में प्रमुख रूप से आलोक त्रिपाठी, गौरव, सोनल चौधरी, हिमांशु, मयंक ,कात्यायनी सिंह, आर्या सिंह, यशस्वी आर्य, आकांक्षा, सूरज, शिव कुमार, मनोज, अमरीश सिंह, वीरेंद्र, विवेक, दुर्गेश, सुशील पटेल, विनोद राहुल पांडे, अमर सेन, सतीश, अनुज तिवारी, सुरेंद्र मौर्य एवं ईश्वर चंद सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं शामिल रहीं।