September 8, 2024

शासन की नई पहल से गांव गांव घूम रही मोबाइल मेडिकल यूनिट की वैन,आधुनिक सुविधाओं से लैस वैन पर मौजूद रहती है डॉक्टरों की टीम,मवई क्षेत्र में एक माह तक गांव गांव जाएगी ये वैन और प्रत्येक दिन देखेगी 60 से 65 मरीज।

मवई(अयोध्या) ! सरकार द्वारा अब घर बैठे इलाज की व्यवस्था कर दी गई है।जिले के कई इलाकों में जहां दूर-दूर तक पीएचसी भी नहीं है,ऐसे इलाकों में अब लोगों को घर बैठे इलाज मिलेगा।इसके लिए सरकार के प्रयास से नेशनल हेल्थ मिशन के तहत चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारम्भ किया गया है।इसके तहत जिला मुख्यालय से आधुनिक सुविधाओं से लैस तीन वैन रवाना की गई।जो अलग अलग ब्लॉकों में एक एक माह तक गांव गांव में घूमकर मरीजों की मुफ्त जांच आवश्यक सलाह के साथ उपचार भी करेगी।मवई ब्लॉक क्षेत्र में भी विगत एक सप्ताह से घूम रही ये वैन अब तक सात गांवो में लगभग 500 से अधिक लोगों की विभिन्न जांच कर आवश्यक सलाह व दवाएं दी है।सीएचसी मवई अधीक्षक डा0 रविकांत वर्मा ने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट वैन पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस है।जो रोस्टर के हिसाब से प्रतिदिन निर्धारित गांव में जाएगी। और सुबह नौ बजे से सांय 5 बजे तक गांव में रहकर कम से कम 60-65 मरीजों का जांच व इलाज व वैन टीम द्वारा निःशुल्क किया जाएगा।जिसकी आॅनलाइन रिपोर्ट सीएमओ व शासन तक होगी।यह वैन मरीजों के घर तक जाएगी,लेकिन इससे मरीजों को एक से दूसरी जगह नहीं ले जाया जा सकेगा।मोबाइल मेडिकल यूनिट दूरदराज के रिमोट इलाकों के लिए होंगी।इन्होंने बताया मवई क्षेत्र में घूम रही वैन में डा0 सारा,फार्मासिस्ट अजीत कुमार श्रीवास्तव,एलटी विजय कुमार,स्टॉफ नर्स सीमा देवी,ड्राइवर सुखदेव यादव सामिल है।जिन्होंने अब तक बाबाबाजार,मवई,सैदपुर,सुल्तानपुर,पूरे काजी,हंसराजपुर,सेवढारा,जबरवपुर गांव में लगभग 500 से अधिक मरीजों का जांच व उपचार किया है।

ये मोबाइल वैन ऐसे करती है काम

राष्ट्रीय मोबाइल मेडिकल यूनिट एक प्रकार का सचल अस्पताल है।जिसमें एक डॉक्टर,एक नर्स,एक वार्ड बॉय,लैब अटेंडेंट और फार्मासिस्ट के अलावा रेडियोलॉजिस्ट भी तैनात हैं।वैन के भीतर ईसीजी,एक्स-रे और खून व पेशाब समेत कई पैथॉलजी जांच की भी बात बताई जा रही है।इसी में मरीज का ऑन लाइन पर्चा बनता है।उसके बाद उसमें मौजद डॉक्टर मरीज को सलाह देते हैं।सलाह के अनुसार खून आदि की जांच करते है।जांच रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर मरीजों को दवाएं लिखते हैं।और इसी वैन से ही मरीजों को दवाएं उपलब्ध कराई जाती है।सारी सुविधाएं मरीजों को निशुल्क मुहैया कराई जा रही हैं।इसमें खून की जांच,ईसीजी,सुगर,सांस संबंधी परेशानी की जांच व इलाज की सुविधा है।

गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान बनी एमएमयू

ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट वैन (एमएमयू) गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है।गर्भवती को उनके घर के पास इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के साथ मुफ्त दवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।जिन गर्भवती की तबीयत सामान्य से अलग है उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला महिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।

चलते-फिरते इस अस्पताल से ग्रामीणों को मिल रही संजीवनी

चलते-फिरते ये अस्पताल ग्रामीण मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही है।सरकार के प्रयास से दूर-दराज के ग्रामीणों को घर के पास इलाज मिल रहा है।मोबाइल मेडिकल यूनिट वैन की लोकप्रियता गांवों में बढ़ती जा रही है।मवई क्षेत्र में विगत एक सप्ताह से चल रही ये वैन अब तक करीब 500 से अधिक मरीजों को इलाज मुहैया करा चुकी है।मवई ब्लॉक प्रमुख राजीव तिवारी ने शासन के इस पहल की सराहना करते हुए क्षेत्रीय ग्रामीणों का आवाहन किया है कि जिन गांवों में ये मोबाइल वैन पहुंचे ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंच अपना जांच जरूर करवाएं।

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