अलीगढ़ : दीवानी में महिलाओं ने दरोगा को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा,हवालात में छिपकर दरोगा ने बचाई अपनी जान

अलीगढ़ ! दीवानी परिसर में गुरुवार शाम महिलाओं ने एक दरोगा को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। दरोगा ने हवालात में छिपकर जान बचाई और करीब आधा घंटे तक छिपा रहा। बाद में महिलाओं ने हवालात के गेट पर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारियों के पहुंचने पर मामला शांत हो सका। महिलाओं का आरोप था कि दरोगा ने दो लोगों पर लूट का झूठा आरोप लगाते हुए दीवानी के गेट से पकड़ लिया है।पुलिस के अनुसार जवां थाना क्षेत्र के गांव हैवतपुर निवासी किरनपाल को पुलिस ने मंगलवार की रात घर से उठा लिया। जबकि बन्नादेवी के सुरक्षा विहार निवासी सत्येन्द्र उर्फ भोलू को दीवानी गेट के बाहर से पकड़ लिया। दावा है कि दोनों आरोपी दो लूट की घटनाओं में वांछित चल रहे थे। पूछताछ में तीन लूट की वारदातों में शामिल होना भी कबूला और इनसे नशीला पाउडर बरामद हुआ। गुरुवार को जवां थाने के दरोगा सुरेन्द्र कुमार दोनों को अदालत में पेश करने के लिए दीवानी लेकर आए। यहां दोनों के परिवार की महिलाएं भी आ गईं। उन्हें पता चला कि दोनों को जेल भेजा जा रहा है तो गुस्सा भड़क गया। दरोगा से हाथापाई कर दी। इससे दरोगा की वर्दी के बटन टूट गए। घिरता देख दरोगा ने दौड़ लगाई और दीवानी हवालात में घुसकर अंदर से गेट बंद कर लिया। दौड़ते समय भी महिलाओं ने दरोगा पर हमला जारी रखा। महिलाओं ने हवालात का दरवाजा बंद कर दिया और वहीं बैठकर हंगामा करने लगीं। दरोगा ने वायरलैस पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दे दी। सीओ एलआईयू सतीश चन्द्र पांडेय, सिविल लाइन इंस्पेक्टर अमित कुमार, जवां एसओ नरेश कुमार क्यूआरटी के साथ मौके पर पहुंच गए। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने दोनों युवकों को थाने से छोड़ने के एवज में 25-25 हजार रुपये ले लिए इसके बाद भी नशीला पाउडर रखकर चालान कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने हंगामा कर रही महिलाओं को निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा देकर हवालात के गेट से हटाया।
