अयोध्या:जेठ ने साथी के साथ मिलकर की थी महिला की हत्या
अयोध्या। लक्ष्मी हत्याकाण्ड का पुलिस ने खुलासा करते हुए फरार दो हत्यारोपियों को देसी तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल की राह दिखा दिया। लक्ष्मी की हत्या जेठ ने ही अपने साथी के साथ मिलकर गोली मारकर की थी। यह जानकारी पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि लक्ष्मी हत्याकाण्ड का मुकदमा कोतवाली अयोध्या में मु.अ.सं. 633/19 आईपीसी की धारा 302 के तहत अभियुक्त सोनू पुत्र रहीम निवासी किशनदासपुर व भीम उर्फ भीमा पुत्र नवमी निवासी ग्राम सरेठी के विरूद्ध 25 सितम्बर 2019 को दर्ज कराया गया था। तभी से दोनों फरार थे। 26/27 सितम्बर को मुखबिर खास की सूचना पर दोनों वांछितों को क्रमशः दर्शननगर रेलवे स्टेशन व अचारी का सगरा के पास गिरफ्तार किया गया। दोनों के पास से एक-एक अदद 315 बोर का तमंचा मय कारतूस बरामद किया गया। पूंछतांछ में सोनू ने बताया कि डेढ़ साल पहले रामबाबू की औरत सना को वह भगा ले गया था और चार महीने बाद जब वापस आने डेरे में आया तो कंकाली समाज की पंचायत में उसपर 30 हजार रूपये का जुर्माना लगा दिया। उसने यह भी बताया कि 10 हजार रूपया तो उसने दे दिया मगर श्ेष रकम नहीं दे पाया था। रामबाबू के घरवाले रूपये के लिए उसपर दबाव बना रहे थे तो हम चार लोग सोनू, भीमा, नुवन्ने व नवमी ने मिलकर मारा था जिसका मुकदमा कोतवाली अयोध्या में आईपीसी की धारा 323, 504, 506, 325 के तहत दर्ज हुआ था। इसी बींच भीमा जो अपने छोटे भाई की औरत लक्ष्मी से परेशान था उसका कहना था कि लक्ष्मी का दूसरे लड़के से नाजायज सम्बंध है इसलिए वह अपने पति जिद्दी को मरवाती थी और आगरा जाने पर भीमा को भी एकबार लड़कों से पिटवाया था। इस बात को लेकर भीमा नाराज था उसने बताया कि हम और तुम दोनों मिलकर लक्ष्मी को रास्ते से हटा देते हैं और आरोप रामबाबू के घर वालों पर लगा देंगे और उनको जेल हो जायेगी तुमको पैंसा भी नहीं देना पड़ेगा और रामबाबू की औरत भी तुमको मिल जायेगी इस तरह पुराने मुकदमें से छुटकारा मिल जायेगा। भीमा ने सोनू को असलहा उपलब्ध कराया था और 22/23 सितम्बर 2019 की रात सोनू ने लक्ष्मी की हत्या गोली मारकर कर दी थी। हत्यारोपियों को पकड़ने वाले पुलिस दल में कोतवाली अयोध्या प्रभारी निरीक्षक, प्रवेश पाण्डेय, एसआई दिनेश कुमार सिंह, एसआई राघवेन्द्र प्रताप यादव, एसआई बृजेश कुमार यादव, हेड कास्टेबल दिनेश कुमार यादव, आरक्षीगण बृजेश कुमार यादव, पंकज यादव, कपिल कुमार शामिल थे। पत्रकार वार्ता के दौरान सीओ