अयोध्या : रुदौली के पारा पहाड़पुर गौशाला में खून के आंसू रोते गोवंश,दर्जन भर से अधिक गोवंशों की हुई असमय मौत..जिम्मेदार कौन ?

डीएम से शिकायत पर आनन फानन में सीडीओ व डीसी मनरेगा ने मौके पर पहुंच की जांच पड़तालगोवंश की हालत देख अफसरों को छूटा पसीना,चिकित्सकों की टीम बुलाकर बीमार गोवंशों का शुरू कराया इलाजरुदौली(अयोध्या) ! आखिर वही हुआ जिस पर kkc news ने पहले ही जिम्मेदारों को आगाह किया था।पर कुम्भकर्णी नींद में सोए अफसरों के माथे से पसीना तब छूट गया।जब रुदौली ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पारा पहाड़पुर स्थित गौशाला में शुक्रवार को दर्जन भर से अधिक गोवंशों के शव को देखा।तथा कई गोवंश गोशाला में अभी भी जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहें थे।सीडीओ के साथ पहुंचे डीसी मनरेगा ने तत्काल पशुचिकित्सकों की टीम बुलाकर जिंदगी की आखिरी सांस ले रहे गोवंशों का उपचार शुरू कराया।भारी संख्या में गोवंश पशुओं की मौत की खबर से प्रशासन में हड़कंप मच गया।
जानकारी के मुताविक पारा पहाड़पुर गौशाला में लगभग 340 गोवंश कैद हैं।जिसमे से शुक्रवार को लगभग दो दर्जन से भी अधिक मवेशियों की देखरेख के अभाव में मौत हो गई।तथा दर्जनों गोवंश जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।जिनका उपचार कराया जा रहा है। बताया गया कि अधिकांश गोवंशों की मौत अधिक बारिश के कारण बीमारी की चपेट में आने व चोट खाने के कारण हुई है।जबकि ग्रामीणों का आरोप है।कि गौशाला में चारे के अभाव में भूंख से आये दिन गोवंशों की मौत हो रही है।उनका कहना है।कि विगत दो दिनों के अंदर लगभग पचास मवेशियों की मौत हो चुकी है।लेकिन गौशाला के सेवादार मवेशियों की मौत पर पर्दा डालने के लिए गोवंश के मृत शरीर को बिना पोस्मार्टम कराए उसी गोशाला में मिट्टी के नीचे दबा देते है या आस पास के गड्ढो में फेंक देते हैं।प्रधान प्रतिनिधि रणवीर सिंह का कहना है।कि गौशाला के मवेशियों को समय-समय पर चारा और भूसा उपलब्ध कराया जाता है।डीसी मनरेगा नागेन्द्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि डॉक्टरों की टीम गोवंशों का इलाज कर रही है।उन्होंने बताया कि कुछ मवेशी बारिश के दौरान भागने से गिरकर चोटिल होने तथा कुछ की बारिश के कारण ठंढ से मौत हुई है।सीडीओ अभिषेक आनन्द ने बताया कि गोवंश मौतों की जांच की जा रही और जो गोवंश बीमार हैं।उनका उपचार कराया जा रहा है।
