अयोध्या : रुदौली की रामलीला में नारद मोह व रावण अत्याचार का हुआ मंचन

श्रीरामलीला समिति ,रूदौली के मंचन में पहले दिन नारद मोह व रावण अत्याचार का हुआ मंचन,डिजिटल मंच व भव्यता की दर्शकों ने खूब सराहा।
रूदौली(अयोध्या) ! श्री रामलीला समिति, रूदौली अयोध्या के तत्वाधान में रामलीला के मंचन के 130वें वर्ष समिति के ख़्वाजाहाल स्थित रंगमंच पर प्रथम दिवस नारद मोह , पृथ्वी व्यथा व रावण अत्याचार की लीलाओं का मंचन हुआ। पूरी तरह से डिजिटल हुए रंगमंच पर जब भगवान विष्णु चतुर्भुज रूप में प्रकटे तो दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। दर्शकों ने मंचन में प्रयुक्त अत्याधुनिक तकनीक को खूब पसंद किया और बड़ी दृश्यों को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया खहूब तस्वीरे खींची। भगवान विष्णु ने नारद के कामदेव विजय से उत्पन्न हुए अहंकार को नष्ट कर उनका मोह समाप्त किया। रावण आदि असुरों के अत्याचारों से दुखी पृथ्वी सहित इंद्र,वायु, वरुण व ब्रम्हा जी नारायण की शरण मे पहुंचे। भगवान नारायण ने अयोध्या नरेश दशरथ के पुत्र रूप जन्म लेकर राक्षसों का नाश करने का वचन देकर सभी को निर्भय किया। नारद का अभिनय करने वाले गणेश अग्रवाल व रावण का अभिनय करने वाले पंकज आर्य का अभिनय दर्शकों ने सराहा। मथुरा से पधारे व्यासपीठ पर आनंद चतुर्वेदी की मधुर स्वर से निकली चौपाइयों ने सभी को आनंदित किया। समिति के निर्देशकगण कमलेश मिश्र व मृदुल मनोहर अग्रवाल ने बताया कि आगे के दिनों का मंचन और भी नवीनता व भव्यता के साथ किया जाएगा। व्यवस्था में लगे आशीष शर्मा ने बताया कि समिति इस बार मंचन में कई नए प्रयोग कर रही है और सभी मेहनत और निष्ठा के बल पर हम उन प्रयोगों की सफलता को लेकर आश्वस्त हैं। समिति ने दर्शकों के सुविधा की दृष्टि से समुचित प्रबंध किए हैं। 30 सितम्बर को रामजन्म व ताड़का वध की लीला का मंचन होगा।
