भैंस नहीं लेने देती है मीटर की रीडिंग, हमला करने पर बिजली विभाग ने भेजा नोटिस
वडोदरा
घर की रखवाली करने वाले वफादार कुत्तों की कहानी सबने खूब सुनी है लेकिन अगर कोई भैंस बिजली के मीटर की इसी तरह रखवाली करने लगे तो बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाती है। गुजरात के पंचमहल जिले के सिमालिया गांव में रहने वाली सविता बारिया की भैंस अपनी इसी खूबी के चलते सोशल मीडिया पर पॉप्युलर हो गई वहीं बिजली विभाग के कर्मचारी के लिए आफत भी बन गई है। हुआ यह कि 27 सितंबर को मध्य गुजरात विज कंपनी लिमिटेड कंपनी का मीटर रीडर सविता के घर बिजली मीटर की रीडिंग लेकर बिल देने गया। बिजली का मीटर एक पेड़ की टहनी से बंधा था और पेड़ के तने से सविता की भैंस बंधी थी। कर्मचारी का कहना है कि भैंस ने उसे मीटर तक पहुंचने नहीं दिया बल्कि हर बार उस पर हमला भी किया।
बिल पर आपबीती लिख सोशल मीडिया पर डाली
परेशान होकर इस मीटर रीडर ने अपने मन से रीडिंग लिख ली और बिल प्रिंट करके, उस पर अपनी पूरी आपबीती लिखकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। मीटर रीडर ने बिल पर लिखे अपने नोट में लिखा है कि मीटर की लोकशन बदली जाए क्योंकि वह बहुत ऊंचाई पर उलटा लगा हुआ है।
अधिकारियों ने भेजा कारण बताओ नोटिस
जब बात उसके अधिकारियों के कानों में पड़ी तो उन्होंने उस कर्मचारी को ‘अपनी जिम्मेदारियों से बचने’ और बिल को सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोपों में कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। गोधरा सर्कल के सुपरिंटेंडिंग इंजिनियर राकेश चंदेल का कहना था, ‘मीटर रीडर का काम मीटर रीडिंग लेना है, चाहे कुछ भी हो जाए। अगर उस पर भैंस ने हमला किया था तो वह किसी से कहकर भैंस को वहां से हटवा सकता था।’
धूप दिखाने के लिए भैंस को बांधा था पेड़ से
इस पूरे मामले में सविता का कहना है कि उन्होंने भैंस को पेड़ से इसलिए बांधा था क्योंकि कई दिनों के बाद उस दिन धूप आई थी। सविता ने बताया, ‘मुझे नहीं पता था कि वह मीटर की रीडिंग लेने आया था। उसने मुझे बुलाया और बिल देकर चला गया।’ सविता ने यह भी कहा कि उनकी भैंस ने कभी किसी पर हमला नहीं किया है।
दो महीनों से नहीं आ रही थी बिजली
इतना ही नहीं, सविता का तो यह तक कहना है कि उनके यहां पिछले दो महीने से बिजली नहीं आई है इसके बाद भी उन्हें बिजली का बिल दे दिया गया। पेड़ पर मीटर लटकाने के बारे में सविता का तर्क था कि पहले उनका घर कच्चा था, जिस समय घर पक्का बना उसी समय मीटर को पेड़ पर टांग दिया गया, तब से यह वहीं टंगा हुआ है।