अयोध्या : शासनादेश को दरकिनार कर अध्यापकों को किया जा रहा संबद्ध
अजय तिवारी की रिपोर्ट
रामसनेहीघाट(बाराबंकी) !
सरकारी विद्यालयो मे तैनात अध्यापकों को दूसरे विद्यालय में संबद्ध न किए जाने संबंधी शासनादेश के बावजूद बनीकोडर शिक्षाक्षेत्र में दो दर्जन से अधिक अध्यापकों को विभागीय अधिकारी द्वारा सुविधाजनक स्थानों एवं विद्यालयों में संबद्ध करके शासनादेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बदहाल शिक्षा ब्यवस्था के जिम्मेदार परकार्यवाही के बजाय बचाव में क्यो खड़े हो रहे है जिलाबेशिक शिक्षा अधिकारी बन रहा लोगो के चर्चा का बिषय।
विदित हो कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के द्वारा पत्रांक संख्या 10014 / 10107 दिनांक 12 अक्टूबर 2018 को विद्यालयों मे अध्यापकों का अटैचमेंट ना करने का आदेश जारी करते हुए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को एक माह के भीतर ही क्षेत्र में किसी भी विद्यालय में अध्यापक का अटैचमेंट ना होने का प्रमाण पत्र दाखिल करने के निर्देश दिए थे। लेकिन इस आदेश के बावजूद बनी कोडर शिक्षा क्षेत्र में अधिकारियों ने तमाम अध्यापकों का अटैचमेंट अपने मन मुताबिक जगहों पर कर रखा है, अटैचमेंट में अधिकारियों की मनमानी तो पूरी तरह आश्चर्यचकित कर देती है। सूबे के मुख्यमंत्री जहां शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित कर रहे है जिनका अनुपालन जिले के जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी कराने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठके कर उनको निर्देशित कर रहे है लेकिन बनीकोडर में शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री के साथ जिले के आलाधिकारियों के निर्देश को भी हवा में उड़ाते नजर आ रहे है, सूत्रों के मुताबिक बनीकोडर शिक्षा क्षेत्र में ही तमाम अध्यापक रोक के बाद भी विभाग से गठजोड़ करके अपना अटैचमेंट अन्य विद्यालयों में कराये हुए है। शासन के आदेश भले ही कुछ हो लेकिन बनी कोडर शिक्षा क्षेत्र में विभागीय अधिकारियों के आदेश ही सब कुछ है जिसके चलते शिक्षा व्यवस्था दिन पर दिन गिरती जा रही है। पिछले दो वर्षों से अपनी बदहाली पर आंशू बहा रही बनीकोडर की शिक्षा ब्यवस्था को जिले के विभागीय अधिकारी भी नजर अंदाज किये हुए है जबकि ईमानदार जिलाधिकारी ने गत माह बनीकोडर के एक विद्यालय की स्थित देखकर काफी नाराजगी जताई थी तथा सुधार के निर्देश भी दिए थे लेकिन बनीकोडर शिक्षा क्षेत्र पर शायद डीएम का भी निर्देश कोई मायने नही रखता। जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी की ईमानदारी की लोग प्रशंसा करते हुए अन्य विभागों के अधिकारी उनके निर्देश का पालन करने के लिए प्रयासरत है वही बनीकोडर शिक्षा से जुड़े अधिकारी आंखे मूंदे तमाशबीन बने हुए है। सोचनीय तथ्य तो यह है कि लगातार मीडिया में सुर्खियों में रहने वाली बदहाल शिक्षा ब्यवस्था के जिम्मेदार पर जिला बेशिक शिक्षाधिकारी कार्यवाही करने से क्यो कतराते है यह अपने आप मे ही एक सोचनीय तथ्य है। क्षेत्रीय लोगो ने जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी से मामले को संज्ञान लेने की मांग की है।